महाराष्ट्र के बीड जिले में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है। सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद, अब बीड जिले में गोलीबारी की एक और खतरनाक घटना सामने आई है। बीते पांच दिनों में जिले में दो अपहरण, हत्या और गोलीबारी की घटनाओं ने प्रशासन की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटनाओं की कड़ी:
- संतोष देशमुख की हत्या: पवनचक्की के विवाद में सरपंच संतोष देशमुख की नृशंस हत्या ने पूरे जिले को झकझोर दिया।
- गोलीबारी की ताजा घटना: बीड शहर में बदनामी के विवाद को लेकर कुछ आरोपियों ने विश्वास डोंगरे नाम के व्यक्ति के घर में घुसकर देर रात गोलीबारी की। घायल व्यक्ति का इलाज संभाजीनगर में चल रहा है।
- अमोल दुबे अपहरण मामला: परली के व्यापारी अमोल दुबे का अपहरण कर उनसे फिरौती वसूली गई।
- मास्साजोग में हत्या: मास्साजोग गांव में सरपंच की बेरहमी से हत्या कर दी गई।
कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल:
लगातार बढ़ती हिंसक घटनाओं के कारण जिले में डर और दहशत का माहौल है। नागरिकों का कहना है कि पुलिस प्रशासन कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल साबित हो रहा है।
सामाजिक संगठनों और नेताओं की प्रतिक्रियाएं:
संतोष देशमुख की हत्या के विरोध में जिलेभर में बंद का आयोजन किया गया।
- गंगाधर काळकुटे (सामाजिक कार्यकर्ता): उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से जिले की छवि खराब हो रही है। राजनीतिक दलों को अपराध रोकने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
- पंकजा मुंडे (नेत्री): उन्होंने संतोष देशमुख की हत्या पर गहरा दुख जताया और प्रशासन से आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की।
- बजरंग सोनवणे (खासदार): उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर संतोष देशमुख हत्या मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
आम नागरिक दहशत में:
लगातार हो रही हत्याएं, डकैती और अपहरण की घटनाओं ने जिले में दहशत का माहौल बना दिया है। नागरिकों को सुरक्षित माहौल देने में प्रशासन विफल हो रहा है।
जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि अपराधों पर लगाम लगाई जा सके और नागरिकों को सुरक्षा प्रदान की जा सके।