उत्तर प्रदेश के झांसी में मंगलवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और एटीएस की संयुक्त छापेमारी के दौरान जमकर हंगामा हुआ। शहर कोतवाली क्षेत्र के मुकरयाना मोहल्ले में मदरसा संचालक मुफ्ती खालिद नदवी अंसारी के घर पर छापेमारी की गई।
टेरर फंडिंग और विदेशी शिक्षा का आरोप
एनआईए सूत्रों के मुताबिक, मुफ्ती खालिद पर विदेशी फंडिंग के जरिए आतंकवाद को बढ़ावा देने और विदेशी बच्चों को ऑनलाइन तालीम देने का आरोप है। जांच के दौरान उनके घर से कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए।
छुड़ाने की कोशिश के बाद पुलिस ने की कार्रवाई
जैसे ही एनआईए टीम मुफ्ती खालिद को हिरासत में लेकर जाने लगी, समुदाय विशेष की महिलाओं ने विरोध करते हुए रास्ता रोक लिया। इस दौरान मुफ्ती खालिद को छुड़ाकर ले जाने की कोशिश की गई। बाद में झांसी पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच मुफ्ती खालिद को फिर से हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया।
सुबह 3 बजे से चला ऑपरेशन
यह छापेमारी सुबह 3 बजे शुरू हुई और करीब 10 घंटे तक चली। इस दौरान एनआईए और एटीएस की टीम ने उनके घर के दस्तावेज खंगाले और मदरसे में विदेशी फंडिंग और ऑनलाइन शिक्षण गतिविधियों से जुड़े प्रमाण जुटाए।
मुफ्ती खालिद नदवी का प्रोफाइल
मुफ्ती खालिद नदवी झांसी के शहर काजी के भतीजे हैं और एक मदरसे में पढ़ाते हैं। उनके घर के बाहर कक्षाओं के संचालन के पोस्टर भी लगे हैं।
आगे की कार्रवाई जारी
एनआईए की टीम ने मुफ्ती खालिद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। अन्य एजेंसियां भी इस मामले में शामिल हैं और विस्तृत जांच चल रही है। एनआईए ने फिलहाल इस छापेमारी का उद्देश्य और बरामद दस्तावेजों के बारे में अधिक जानकारी साझा नहीं की है।
इस घटना ने झांसी में हलचल मचा दी है और प्रशासन ने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है।