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अजीनोमोटो (MSG): स्वाद बढ़ाने वाला खाद्य योजक और इसके स्वास्थ्य प्रभाव

अजीनोमोटो, जिसे रासायनिक रूप से मोनो सोडियम ग्लूटामेट (MSG) कहा जाता है, एक खाद्य योजक है जिसका उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसका संक्षिप्त नाम MSG है। अजीनोमोटो कंपनी का मुख्यालय चोओ, टोक्यो में स्थित है और यह 26 देशों में काम करती है। MSG का उपयोग विशेष रूप से चीनी खाद्य पदार्थों में किया जाता है।

प्रारंभ में, लोग घर पर बने खाने को प्राथमिकता देते थे, लेकिन अब चिप्स, पिज्जा और मैगी जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ गया है जिनमें अजीनोमोटो का उपयोग होता है। इसका उपयोग कई डिब्बाबंद फास्ट फूड, सोया सॉस, टोमेटो सॉस, संरक्षित मछली आदि में भी किया जाता है।

अजीनोमोटो की खोज 1909 में जापानी जैव रसायनज्ञ किकुनाए इकेडा ने की थी। उन्होंने इसके स्वाद को ‘उमामी’ के रूप में पहचाना, जिसका अर्थ होता है सुखद स्वाद। इसका स्वाद थोड़ा नमक जैसा होता है और यह छोटे चमकीले क्रिस्टल की तरह दिखता है।

हालांकि एमएसजी का उपयोग सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसके सेवन से कुछ नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। नियमित सेवन से इंसुलिन की मात्रा बढ़ सकती है, और रक्त में ग्लूटामेट का स्तर बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इसे ‘धीमा हत्यारा’ भी कहा जाता है क्योंकि यह आँखों की रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है और थायरॉइड और कैंसर जैसी बीमारियों के लक्षण पैदा कर सकता है।

MSG युक्त खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन माइग्रेन (अधकपाली) उत्पन्न कर सकता है और मोटापे के खतरे को बढ़ा सकता है क्योंकि यह शरीर में लेप्टिन हॉर्मोन के संकेतों को प्रभावित कर सकता है, जिससे भोजन की मात्रा बढ़ जाती है।

इसलिए, फास्ट फूड के सेवन के प्रति जागरूक रहना महत्वपूर्ण है ताकि स्वास्थ्य पर कोई विकार न उत्पन्न हो।

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