शिवसेना विधायक ने राहुल गांधी की जीभ ‘काटने’ के बाद कांग्रेसी नेताओं को ‘दफनाने’ दी धमकी
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शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ अपने विवादित बयानों के कारण फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। बुलढाणा के विधायक गायकवाड़ ने हाल ही में कांग्रेस के खिलाफ एक बार फिर तीखी और विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर कोई कांग्रेसी उनके कार्यक्रम में शामिल होने की कोशिश करेगा, तो वह उसे वहीं ‘दफना’ देंगे। यह बयान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यक्रम से पहले आया, जहां शिंदे ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना’ के तहत एक महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे।
इससे पहले सोमवार को संजय गायकवाड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आरक्षण पर की गई टिप्पणी के खिलाफ विवादित बयान दिया था। गायकवाड़ ने कहा था कि राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे आरक्षण व्यवस्था को समाप्त करने की बात कर रहे हैं, जिससे देश की लगभग 50% आबादी प्रभावित होगी। गायकवाड़ ने अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि वह माफी नहीं मांगेंगे, और उनके बयान के पीछे का तर्क मजबूत है।
गायकवाड़ के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हंगामा खड़ा कर दिया है। राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर गायकवाड़ के खिलाफ सोमवार रात पुलिस ने मामला दर्ज किया। उनके बयान के बाद कांग्रेस नेताओं और अन्य विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की और गायकवाड़ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
संजय गायकवाड़ विवादित बयानों और घटनाओं के लिए पहले भी सुर्खियों में रहे हैं। पिछले महीने उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक पुलिसकर्मी उनकी कार धोते हुए नजर आया था। गायकवाड़ ने बाद में सफाई दी थी कि पुलिसकर्मी ने कार में उल्टी कर दी थी, जिसके कारण वह खुद कार साफ कर रहा था। इसके अलावा, गायकवाड़ ने फरवरी में यह दावा किया था कि उन्होंने 1987 में एक बाघ का शिकार किया था और उसका दांत अपने गले में बांध रखा है। इस बयान के बाद वन विभाग ने गायकवाड़ पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और बाघ के दांत को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया।
गायकवाड़ के इन बयानों ने महाराष्ट्र की राजनीति में गर्मी पैदा कर दी है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इन बयानों की कड़ी निंदा की है और इसे लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ बताया है। कांग्रेस नेताओं ने गायकवाड़ के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है और राज्य सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, गायकवाड़ अपने बयानों पर अड़े हुए हैं और उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे माफी नहीं मांगेंगे।
संजय गायकवाड़ के इन बयानों ने एक बार फिर से राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। राहुल गांधी पर दिए गए बयान को लेकर जहां विपक्ष आक्रामक है, वहीं गायकवाड़ अपने रुख पर अडिग हैं। यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस विवाद का क्या परिणाम होता है, लेकिन फिलहाल यह मामला महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन गया है।