संसद कक्ष आवंटन विवाद: शरद पवार गुट के लिए बड़ी राहत, महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल
हाल ही में संसद भवन परिसर में एक कक्ष आवंटन को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ है। यह विवाद अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को आवंटित किए गए कक्ष के संदर्भ में हुआ, लेकिन लोकसभा सचिवालय ने साफ किया कि यह कक्ष शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के लिए है।
11 सितंबर को संसद भवन और संविधान सदन (पुराने संसद भवन) में छोटे दलों को आवंटित कमरों की सूची जारी की गई थी, जिसमें राकांपा को संविधान सदन में कक्ष 126-डी आवंटित किया गया। शरद पवार के गुट के पास ‘असली’ राकांपा के मुकाबले अधिक सांसद हैं, इसलिए उन्हें यह कक्ष मिला, जिसके कारण महाराष्ट्र में राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया। बाद में लोकसभा सचिवालय ने शुद्धिपत्र जारी कर पुष्टि की कि कक्ष शरद पवार के गुट के लिए ही है।
महाराष्ट्र की अन्य पार्टियों में एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को संविधान सदन में अगल-बगल के कमरे आवंटित किए गए हैं। जहां उद्धव गुट को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पुराने कक्ष का आवंटन मिला, वहीं शिंदे गुट को एक अलग कमरा मिला है।
इसके अलावा, भाजपा की सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी को नए संसद भवन में एक कक्ष आवंटित किया गया है, जबकि जनता दल (यू) और आम आदमी पार्टी को पुराने संसद भवन में कक्ष दिए गए हैं। ये आवंटन 18वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान किए गए हैं, जिसमें दलों के सांसद बैठकें करने के साथ-साथ आराम और खानपान के लिए इन कक्षों का उपयोग कर सकेंगे।
इस कक्ष आवंटन ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है, खासकर शरद पवार और अजित पवार के बीच।