अक्षय शिंदे का शव कब्जे में लेने से इन्कार, एनकाउंटर के बाद मां ने लगाएं पुलिस पर गंभीर आरोप
बदलापुर की एक स्कूल में नाबालिग लड़कियों के साथ अत्याचार करने वाले अक्षय शिंदे का एनकाउंटर कर दिया गया है। तळोजा जेल से रिमांड पर ले जाते समय पुलिस की जीप में अक्षय ने पुलिस की सर्विस रिवॉल्वर छीन ली और पुलिस पर तीन गोलियां चलाईं, जिसमें से एक गोली एपीआई निलेश मोरे के पैर में लगी। इसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस निरीक्षक संजय शिंदे ने अक्षय पर गोली चलाई, जिसमें अक्षय की मौत हो गई। अक्षय शिंदे की मौत के बाद उसकी मां ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं और कहा है कि वह अक्षय का शव नहीं लेगी। अक्षय के माता-पिता को कळवा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अक्षय का शव पोस्टमॉर्टम के लिए जेजे अस्पताल ले जाया जाएगा। दोपहर में अक्षय ने अपनी मां से कहा था कि पुलिस उसे बहुत मार रही है, जल्दी बाहर निकालो। उसकी मां का दावा है कि पुलिस ने अक्षय को मार डाला है और इसकी पूरी जांच होनी चाहिए।
कैसे हुआ अक्षय का एनकाउंटर?
तळोजा जेल से रिमांड पर ले जाते समय पुलिस की जीप में यह घटना घटी। मुंब्रा बायपास से गुजरते समय आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस की सर्विस रिवॉल्वर छीन ली। एपीआई निलेश मोरे के पास मौजूद रिवॉल्वर अक्षय ने छीनकर निलेश मोरे पर तीन गोलियां चलाईं, जिसमें से एक गोली निलेश मोरे के पैर में लगी, जबकि दो गोलियां चूक गईं। अक्षय के गोली चलाने के बाद भी निलेश मोरे ने उस पर हमला किया। यह घटना शाम करीब 6:15 बजे हुई। जीप में मौजूद दूसरे अधिकारी, पुलिस निरीक्षक संजय शिंदे ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। संजय शिंदे ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से अक्षय शिंदे पर दो गोलियां चलाईं, जिसमें एक गोली उसके सिर में और दूसरी शरीर में लगी।