राष्ट्रवादी के मंत्री दिलीप वळसे पाटील ने कैबिनेट बैठक से बनाई दूरी, शरद पवार से मिलने की अटकलें तेज
Maharashtra Political News
राज्य की राजनीति में एक बड़ी हलचल तब मच गई जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और मंत्री दिलीप वळसे पाटील ने अचानक कैबिनेट बैठक से दूरी बना ली। इसके साथ ही यह चर्चा तेज हो गई कि वह पुणे में एनसीपी शरद पवार गुट के अध्यक्ष शरद पवार से मिलने जा रहे हैं। ऐन चुनाव के समय वळसे पाटील का इस तरह शरद पवार से मिलने की चर्चा ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।
क्या वळसे पाटील शरद पवार गुट में जा रहे हैं?
दिलीप वळसे पाटील, जो वर्तमान में अजीत पवार के साथ हैं और उनके नेतृत्व में मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, अब शरद पवार से मिलने की अटकलों ने अजीत पवार गुट के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। यदि वळसे पाटील शरद पवार गुट का दामन थामते हैं, तो यह अजीत पवार और उनके नेतृत्व वाली एनसीपी के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
कैबिनेट बैठक से अनुपस्थिति ने बढ़ाई चर्चाएं
वळसे पाटील की कैबिनेट बैठक से अनुपस्थिति ने इस चर्चा को और बल दिया कि वह शरद पवार के साथ दोबारा जुड़ सकते हैं। इस घटनाक्रम ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई संभावनाओं को जन्म दिया है, खासकर तब जब राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं।
अजीत पवार के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी?
पिछले कुछ महीनों में, शरद पवार और अजीत पवार के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो चुके हैं। शरद पवार ने पहले भी अजीत पवार के खिलाफ कदम उठाए हैं। अब अगर दिलीप वळसे पाटील शरद पवार गुट में शामिल होते हैं, तो यह अजीत पवार और उनकी एनसीपी के लिए एक और बड़ा झटका साबित हो सकता है।
राजनीतिक हलचल के निहितार्थ
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर वळसे पाटील शरद पवार गुट में जाते हैं, तो यह महाराष्ट्र की सियासत में बड़े फेरबदल का संकेत हो सकता है। आगामी चुनावों के मद्देनजर यह देखना दिलचस्प होगा कि वळसे पाटील का अगला कदम क्या होगा और इसका अजीत पवार की एनसीपी पर कितना असर पड़ेगा।
अब सवाल यह उठता है कि क्या दिलीप वळसे पाटील सचमुच शरद पवार के खेमे में वापस लौटेंगे, या फिर यह सिर्फ एक अफवाह है? आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा, लेकिन फिलहाल महाराष्ट्र की राजनीति में यह चर्चा चरम पर है।