अहमदनगर का नाम बदलकर ‘अहिल्यानगर’: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी, मुंबई के 7 रेलवे स्टेशनों के नाम भी बदले
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का नाम बदलकर अहिल्यानगर करने की औपचारिक मंजूरी दे दी है। इस फैसले की जानकारी महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि अहमदनगर का नाम बदलने का प्रस्ताव इस साल मार्च में राज्य मंत्रिमंडल द्वारा पारित किया गया था, जिसे केंद्र की स्वीकृति के लिए भेजा गया था। अब केंद्र सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह नाम परिवर्तन 18वीं सदी की महान शासक अहिल्याबाई होल्कर को सम्मानित करने के उद्देश्य से किया गया है, जिनका इस जिले से गहरा संबंध था।
अहिल्याबाई होल्कर, जो इंदौर (मध्य प्रदेश) की शासक थीं, इस क्षेत्र की प्रमुख ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शख्सियत थीं। उनके शासनकाल में उनकी धार्मिक सहिष्णुता, न्यायप्रियता और समाज के उत्थान के लिए किए गए कार्यों के कारण उन्हें एक महान शासक के रूप में जाना जाता है। उनके योगदान को मान्यता देने के लिए अहमदनगर का नाम बदलकर ‘अहिल्यानगर’ किया गया है।
यह पहला मौका नहीं है जब महाराष्ट्र सरकार ने शहरों और स्थानों के नाम बदले हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार ने ऐतिहासिक शहर औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव कर दिया था। इन नाम परिवर्तनों का उद्देश्य महाराष्ट्र के महान शासकों और ऐतिहासिक स्थलों को सम्मानित करना है।
इसके अलावा, महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के सात प्रमुख उपनगरीय रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का भी फैसला किया है। यह नाम परिवर्तन राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को उभारने और उन्हें आधुनिक पहचान देने के प्रयासों का हिस्सा है। इनमें करी रोड स्टेशन का नाम बदलकर लालबाग स्टेशन, सैंडहर्स्ट रोड का नाम डोंगरी स्टेशन, मरीन लाइन्स का नाम मुंबादेवी स्टेशन, चर्नी रोड का नाम गिरगांव स्टेशन, कॉटन ग्रीन का नाम कालाचौकी स्टेशन, डॉकयार्ड रोड का नाम मझगांव स्टेशन और किंग्स सर्कल का नाम तीर्थंकर पार्श्वनाथ स्टेशन किया गया है।
मुंबई के इन रेलवे स्टेशनों के नाम परिवर्तन का उद्देश्य इन क्षेत्रों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करना है। उदाहरण के लिए, लालबाग स्टेशन का नामकरण इस क्षेत्र में स्थित लालबाग बाजार और इसके इतिहास को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इसी तरह, मुंबादेवी स्टेशन का नाम प्रसिद्ध मुंबादेवी मंदिर के आधार पर रखा गया है, जो मुंबई की संरक्षक देवी मानी जाती हैं।
इस नाम-परिवर्तन प्रक्रिया के लिए महाराष्ट्र राज्य मंत्रिमंडल ने मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे को इन स्टेशनों के नए नामों को लागू करने की मंजूरी दी थी। इसके बाद इस प्रस्ताव को केंद्रीय गृह मंत्रालय और रेलवे मंत्रालय के पास भेजा गया, जहां से अब अंतिम स्वीकृति मिल गई है।