अजित पवार का खुलासा: मैने अपनी राजनीतिक भूमिका शरद पवार साहब को बताकर ही तय की थी
राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से अपनी तैयारियों में जुटे हैं। महायुती और महाविकास आघाड़ी (मविआ) में सीट बंटवारे को लेकर बैठकों का सिलसिला जारी है। इस बीच, उपमुख्यमंत्री अजित पवार की जनसन्मान यात्रा भी राज्य भर में चल रही है। बारामती में एक कार्यक्रम के दौरान अजित पवार के दिए बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
अजित पवार ने कहा, “मैंने अपनी राजनीतिक भूमिका शरद पवार साहब को बताकर ही ली थी। पहले उन्होंने ‘हां’ कहा, फिर बाद में ‘नहीं’ कहा। यह उनका अधिकार है, क्योंकि उनकी ही अगुवाई में हम आगे बढ़े हैं।” अजित पवार ने यह भी कहा, “हर किसी को एक न एक दिन रुकना पड़ता है,” जो शरद पवार पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी मानी जा रही है।
परिवार के अंदर की राजनीति और दो पार्टियों का गठन
बारामती के डॉक्टरों के एक सम्मेलन में बोलते हुए अजित पवार ने कहा, “जब मैं राजनीतिक भूमिका ले रहा था, तब हमें कोई परेशानी नहीं हुई क्योंकि हम परिवार के रूप में एक थे। लेकिन अब दो पार्टियां बन चुकी हैं, जिससे हालात बदल गए हैं।”
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बारामती में सुप्रिया सुले के खिलाफ अपने परिवार के सदस्य को उम्मीदवार बनाना उनकी गलती थी। उन्होंने कहा, “यह मेरी गलती थी, जिसे मैंने पहले भी स्वीकार किया था और अब भी स्वीकार करता हूं।”
अजित पवार बारामती से ही लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
अजित पवार की आगामी विधानसभा चुनाव में भागीदारी को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह बारामती के बजाय शिरूर से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, उनके गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने इस अटकल पर विराम लगाते हुए कहा कि अजित पवार बारामती से ही उम्मीदवार होंगे।