वंचित बहुजन अघाड़ी की मुस्लिम उम्मीदवारों की सूची से MVA में खलबली, कांग्रेस पर हिंदुत्ववादी होने का आरोप
वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के नेता प्रकाश आंबेडकर के हालिया कदम और बयानों ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 10 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इस फैसले से महाविकास अघाड़ी (MVA), जिसमें कांग्रेस, एनसीपी, और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) शामिल हैं, के भीतर तनाव बढ़ गया है।
प्रकाश आंबेडकर ने अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस ने न तो लोकसभा चुनाव में और न ही महाराष्ट्र विधान परिषद (एमएलसी) चुनावों में किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया। उन्होंने कहा कि वे और उनका परिवार पिछले 70 वर्षों से कांग्रेस के साथ वफादारी से जुड़े रहे हैं, लेकिन हाल की घटनाओं ने उन्हें कांग्रेस के प्रति अपने दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब उन्होंने मुसलमानों की राजनीतिक भागीदारी के बारे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले से संपर्क किया, तो उन्हें निराशा हाथ लगी।
आंबेडकर ने कांग्रेस पर हिंदुत्ववादी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मौजूदा राजनीति चुनावों में मुसलमानों को उचित भागीदारी देने से बच रही है, जो कि उनके अनुसार, एमवीए में हिंदुत्व विचारधारा के बढ़ते प्रभाव का परिणाम है। उन्होंने इस स्थिति के लिए कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) के गठबंधन को भी जिम्मेदार ठहराया। आंबेडकर का मानना है कि कांग्रेस, हिंदुत्ववादी वोट बैंक को खोने के डर से मुस्लिम उम्मीदवारों को महत्व नहीं दे रही है।
आंबेडकर ने एमवीए में शिवसेना (उद्धव गुट) के भविष्य को लेकर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी यह स्पष्ट नहीं किया कि वह चुनाव में कितनी सीटें उन्हें देगी या किन मुद्दों पर वे साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने उदाहरण दिया कि हाल ही में वक्फ बिल पर भी कांग्रेस ने कोई स्पष्ट रुख नहीं अपनाया। आंबेडकर ने कहा कि मुंबई की छह सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम उम्मीदवार जीत सकते हैं, और इन सीटों पर विजय के लिए VBA का समर्थन आवश्यक होगा।
प्रकाश आंबेडकर ने कांग्रेस पर मुंबई में उत्तर भारतीय नेतृत्व को मुसलमानों के ऊपर थोपने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि उत्तर भारतीय नेताओं के वर्चस्व के कारण मुंबई के ग्रामीण मुस्लिम समुदाय को दबाने की कोशिश की जा रही है।
VBA द्वारा जारी मुस्लिम उम्मीदवारों की सूची में प्रमुख नाम शामिल हैं, जैसे कि मलकापुर से शहजाद खान सलीम खान, बालापुर से खतीब सईद नातीकुद्दीन, औरंगाबाद सेंट्रल से मोहम्मद जावेद इश्क़, और हदपसर से एडवोकेट मोहम्मद अफ़रोज़ मुल्ला। इसके अलावा, VBA की पहली सूची में रावेर से शमिभा पाटिल, वाशिम से मेघा किरण डोंगरे, नागपुर दक्षिण मध्य से विनय भगाने जैसे कई उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।
आंबेडकर का यह कदम कांग्रेस और MVA के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है, खासकर मुस्लिम वोट बैंक के संदर्भ में। इस फैसले ने विपक्षी गठबंधन के भीतर दरारें और असंतोष को उजागर किया है, जो आगामी चुनावों में उनके लिए समस्या पैदा कर सकता है।