झारखंड और महाराष्ट्र में कब होंगे विधानसभा चुनाव? तारीख को लेकर आया बड़ा अपडेट
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों के बीच, अब महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों पर सबकी नजरें हैं। चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों में चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली हैं और जल्द ही चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: 26 नवंबर से पहले होंगे चुनाव
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है। ऐसे में चुनाव आयोग को इस तारीख से पहले चुनाव कराना अनिवार्य है। आयोग से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, चुनाव प्रक्रिया में लगभग 40 दिनों का समय लगता है, इसलिए महाराष्ट्र चुनाव की घोषणा अब किसी भी समय हो सकती है। एक-दो दिन की देरी संभव है, लेकिन जल्द ही तारीखें सामने आएंगी। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना (शिंदे गुट) और बीजेपी की गठबंधन सरकार है, और विपक्ष में महाविकास अघाड़ी (शिवसेना उद्धव गुट, एनसीपी और कांग्रेस) मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में तैयार है।
झारखंड विधानसभा चुनाव: जनवरी 2025 से पहले होंगे चुनाव
झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। हालांकि, राज्य में दिसंबर और जनवरी के दौरान ठंड का मौसम होता है, जो चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, आमतौर पर झारखंड चुनाव को महाराष्ट्र के साथ ही आयोजित किया जाता है। चुनाव आयोग ने झारखंड में भी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है, और संभावना है कि दोनों राज्यों के चुनाव एक साथ होंगे। झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस गठबंधन का मुकाबला बीजेपी से होगा, जो राज्य में सत्ता वापसी के लिए कमर कस चुकी है।
वायनाड और यूपी उपचुनाव की भी हो सकती है घोषणा
महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के साथ-साथ कुछ अन्य उपचुनाव भी महत्वपूर्ण हैं। इनमें प्रमुख है वायनाड लोकसभा सीट का उपचुनाव, जो राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से खाली है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश की कुछ विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं। चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इन उपचुनावों की घोषणा भी महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ की जा सकती है।
चुनावी तैयारियों का आकलन
चुनाव आयोग ने पहले ही महाराष्ट्र और झारखंड का दौरा कर दोनों राज्यों में चुनावी तैयारियों का आकलन किया था। इसके बाद, आयोग ने गृह मंत्रालय और अन्य एजेंसियों के साथ बैठकों में सुरक्षा और चुनावी प्रक्रिया पर विचार-विमर्श किया। इस बार आयोग सुरक्षा और निष्पक्ष मतदान पर विशेष जोर दे रहा है, ताकि चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से पूरी हो सके।
राजनीतिक दलों की बढ़ी सक्रियता
चुनावी घोषणा के साथ ही महाराष्ट्र और झारखंड में राजनीतिक दलों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना (शिंदे गुट) और बीजेपी गठबंधन सत्ता में वापसी के लिए तैयार हैं, जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी (शिवसेना उद्धव गुट, एनसीपी, कांग्रेस) भी जोरदार चुनावी अभियान की तैयारी में है।
झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस गठबंधन के सामने बीजेपी चुनौती पेश करने को तैयार है। दोनों राज्यों में चुनाव के नतीजे भविष्य की राजनीति के लिए अहम साबित होंगे।