विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी शरद पवार गुट को अमरावती में बड़ा झटका, 25 पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के करीब आने के साथ ही राज्य में कभी भी आचार संहिता लागू हो सकती है। लेकिन चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस के शरद पवार गुट को अमरावती जिले में बड़ा झटका लगा है। पार्टी के 25 प्रमुख पदाधिकारियों ने एक साथ अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी में हलचल मच गई है।
प्रदीप राऊत, जिन्हें हाल ही में अमरावती जिले के जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया था, के समर्थकों ने यह सामूहिक इस्तीफा दिया है। जानकारी के मुताबिक, प्रदीप राऊत को हटाए जाने के बाद उनके समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने पार्टी नेतृत्व के इस फैसले का विरोध करते हुए इस्तीफे सौंप दिए। राऊत को केवल पांच महीने पहले ही जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया था, लेकिन अब उन्हें पद से हटाकर प्रदेश संगठन सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे उनके समर्थकों में भारी असंतोष फैल गया।
प्रदीप राऊत ने कहा कि उन्हें बिना किसी सूचना या चर्चा के अचानक पद से हटा दिया गया, जिससे उन्हें गहरा दुख हुआ है। उनका मानना है कि उन्होंने पिछले पांच महीनों में संगठन को मजबूत किया और नई लीडरशिप को तैयार किया, बावजूद इसके उन्हें हटा दिया गया। इस निर्णय को राऊत ने अपनी निष्ठा और काम के अपमान के रूप में देखा, और इसी कारण उन्होंने प्रदेश संगठन सचिव पद से भी इस्तीफा देने का निर्णय लिया है।
राऊत ने आगे कहा कि वे जल्द ही शरद पवार और जयंत पाटील से मुलाकात करेंगे। अगर उन्हें इस मुद्दे पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो वे कोई और कदम उठाने पर विचार कर सकते हैं।
यह घटनाक्रम विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सामने आया है, जब राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो रही हैं। पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से पार्टी के चुनावी अभियान पर भी असर पड़ने की संभावना है, खासकर अमरावती जिले में जहां प्रदीप राऊत का खासा प्रभाव है।