नांदेड़: अवैध रेत परिवहन में लिप्त पुलिसकर्मियों को 1.03 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा, पुलिस उपमहानिरीक्षक ने किया निलंबित
प्रतिनिधि : मो. ज़ुबैर बागवान
नांदेड़ : जिले के लोहा बायपास रोड पर 11 अक्टूबर 2024 को पुलिस उपमहानिरीक्षक शहाजी उमाप को जानकारी मिली कि कुछ पुलिस अधिकारी रेत परिवहन करने वाले वाहनों को रोककर, उनसे कानूनी कार्रवाई न करने के बदले में रिश्वत ले रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ये पुलिसकर्मी नांदेड़ विशेष दस्ते के उपनिरीक्षक प्रवीण हलसे और चार अन्य पुलिसकर्मी थे। ये सभी निजी वाहन से सुबह के वक्त रेत परिवहन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई करने लोहा गए थे।
जब यह सूचना पुलिस उपविभागीय अधिकारी अश्विनी जगताप को दी गई, तो उन्हें तुरंत लोहा भेजा गया। हालांकि, उनके पहुंचने से पहले ही आरोपी पुलिसकर्मी नांदेड़ की ओर रवाना हो गए थे। सुबह 8:15 बजे, पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास तिरंगा चौक पर नाकाबंदी कर इन अधिकारियों को रोका गया।
पुलिसकर्मियों की तलाशी के दौरान उनके पास से 1,03,000 रुपये की नकदी बरामद हुई। इस मामले में तीन अन्य पुलिसकर्मियों, राम मुळे, महेश कावळे और तुकाराम जुन्ने को भी लोहा में रोक लिया गया। पुलिस उपमहानिरीक्षक शहाजी उमाप ने इन पांचों पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित कर दिया और प्रारंभिक जांच की जिम्मेदारी उपविभागीय पुलिस अधिकारी, देगलूर को सौंपी गई।
रेत परिवहन की जांच के दौरान पता चला कि नांदेड़ ग्रामीण पुलिस थाना क्षेत्र के वाहेगाव भंगी से अवैध रेत की तस्करी हो रही थी। पुलिस उपमहानिरीक्षक शहाजी उमाप ने इस सूचना के बाद सोनखेड पुलिस थाने के अधिकारी पांडुरंग माने को मौके पर भेजा। वहां गोदावरी नदी के किनारे लगभग 50 नौकाओं की मदद से 100 से अधिक मजदूर अवैध रूप से रेत का खनन करते पाए गए।
पुलिस उपमहानिरीक्षक शहाजी उमाप ने जिला कलेक्टर कार्यालय से संपर्क कर राजस्व विभाग को सूचित किया, जिसके बाद पंचनामा की प्रक्रिया रात भर जारी रही। इस अवैध रेत खनन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।