महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने हाल ही में मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क में आयोजित दशहरा रैली में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर धारावी पुनर्विकास परियोजना का टेंडर रद्द कर देगी, जो उद्योगपति गौतम अदाणी की कंपनी को मिला है। यह बयान उद्धव की पार्टी के लिए आगामी चुनावों की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
धारावी पुनर्विकास पर ठाकरे की टिप्पणी
उद्धव ठाकरे ने धारावी पुनर्विकास परियोजना पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “सरकार धारावी के माध्यम से मुंबई को लूटने का प्रयास कर रही है। अदाणी को क्या नहीं दे दिया? सब भूमि अदाणी की होती जा रही है। हमें मुंबई अदाणी ने नहीं दी थी। यह हमने संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में लड़कर पाई है।” उनका यह बयान इस बात का संकेत है कि वे अपने पूर्ववर्ती प्रशासन की उपलब्धियों को लेकर काफी संवेदनशील हैं और इसे वर्तमान सरकार के खिलाफ एक मुद्दे के रूप में पेश कर रहे हैं।
पार्टी के लिए लड़ाई
उद्धव ने कहा कि वे अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि मुंबई के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि उनकी सरकार आती है, तो वह धारावी का टेंडर रद्द करेंगे। उनका यह बयान न केवल उनकी पार्टी के समर्थकों को प्रेरित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि वे मुंबई की स्थानीय राजनीति में एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाना चाहते हैं।
पीएम मोदी पर सीधा हमला
उद्धव ठाकरे ने अदाणी के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “मोदी जी, आपने गलत प्रचार कर लोगों से कहा कि ये लोग माताओं-बहनों का मंगलसूत्र भी ले लेंगे। क्या आप महाराष्ट्र को लूटकर महाराष्ट्र वालों को मंगलसूत्र देने जा रहे हैं?” यह बयान इस बात का संकेत है कि वे भाजपा और मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ हैं और इस मुद्दे को लेकर आम लोगों के बीच अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर आक्रामकता
उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी हमले किए। उन्होंने कहा कि पिछले 11 दिनों में 1600 शासकीय निर्णय हुए हैं, जो केवल सत्ता में बैठे लोगों की मस्ती का प्रतीक हैं। उद्धव ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वे वर्तमान सरकार के निर्णयों में भागीदारी करते हैं जो युवाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। “यदि आप इन निर्णयों में सहभागी होंगे, तो आपको भी जेल में डालूंगा,” उन्होंने कहा।
भाजपा पर कटाक्ष और भविष्य की योजनाएं
उद्धव ने भाजपा को सत्ता के लिए किसी भी कीमत पर लड़ने वाली पार्टी बताते हुए कहा कि उनका “मैं और सिर्फ मैं” का रवैया अब नहीं चलने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि वे छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार को घेरते हुए वादा करते हैं कि सत्ता में आने पर हर जिले में शिवाजी महाराज का मंदिर बनाया जाएगा। यह वादा उन्हें एक सांस्कृतिक नेता के रूप में भी स्थापित करता है, जो महाराष्ट्र की गौरवमयी विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
निष्कर्ष
उद्धव ठाकरे के ये बयान उनकी पार्टी के चुनावी अभियान के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति हैं। उन्होंने अदाणी और मोदी सरकार पर निशाना साधकर न केवल अपने समर्थकों को प्रेरित किया है, बल्कि उन्होंने एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने का भी संकेत दिया है। उनका यह अभियान आगामी चुनावों में शिवसेना (यूबीटी) की स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।