बाबा सिद्दीकी हत्या में नया मोड़: ऑटो से आए शूटर्स, 30 दिन से कर रहे थे रेकी, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का संलिप्तता का खुलासा
मुंबई में एनसीपी अजित पवार गुट के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या ने सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। शनिवार शाम को बाबा सिद्दीकी पर बांद्रा स्थित खेरवाड़ी सिग्नल के पास उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन गोलियां चलाई गईं। इस घटना के तुरंत बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी गंभीर चोटों के कारण मौत हो गई।
गिरफ्तार आरोपियों का बिश्नोई गैंग से संबंध
हत्याकांड के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि गिरफ्तार शूटर बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं। यह गैंग पिछले कुछ समय से मुंबई में सक्रिय है और इसके सदस्य अक्सर संगठित अपराध में लिप्त पाए जाते हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पिछले 25-30 दिनों से बाबा सिद्दीकी के क्षेत्र की रेकी की थी। तीनों आरोपी घटना के दिन ऑटो रिक्शा से बांद्रा ईस्ट पहुंचे थे और उन्होंने कुछ देर तक बाबा सिद्दीकी का इंतजार किया। इसके बाद उन्होंने उन पर छह राउंड फायरिंग की, जिसमें से तीन गोलियां सिद्दीकी को लगीं। गोली लगने के बाद उनकी स्थिति गंभीर हो गई और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना की गंभीरता और साजिश का संदेह
मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इस हत्या में कोई बड़ा साजिश का पहलू हो सकता है। पुलिस को यह भी शक है कि आरोपियों को इस हमले के लिए किसी और ने जानकारी मुहैया कराई थी। यह भी बताया जा रहा है कि हत्याकांड की योजना बहुत अच्छी तरह से बनाई गई थी, जिससे पता चलता है कि यह कोई आकस्मिक घटना नहीं थी।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
गिरफ्तार आरोपियों के नाम करनैल सिंह (हरियाणा) और धर्मराज कश्यप (उत्तर प्रदेश) हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है ताकि इस हत्या के पीछे के मास्टरमाइंड का पता लगाया जा सके। मुंबई पुलिस ने इस मामले में एक टीम का गठन किया है, जो हत्या के सभी पहलुओं की गहनता से जांच करेगी।
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने मुंबई की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। राजनीतिक नेताओं ने इस घटना की निंदा की है और जांच की मांग की है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार और अन्य नेताओं ने कहा है कि यह घटना राज्य में बढ़ते अपराध के संकेत हैं और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
बाबा सिद्दीकी की हत्या ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को भी चिंता में डाल दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, शरद पवार, और अन्य नेताओं ने इस हत्याकांड की निंदा की है और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है। नेताओं ने कहा कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति गंभीर है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या एक गंभीर घटना है, जिसने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे राजनीतिक परिदृश्य को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की जांच और कार्रवाई इस बात का संकेत होगी कि राज्य में अपराधियों के खिलाफ कितनी सख्ती से काम किया जा रहा है। वहीं, राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं इस बात की पुष्टि करती हैं कि इस हत्या के पीछे का कारण और इसके नतीजे क्या हो सकते हैं।