मनोज जरांगे का देवेंद्र फडणवीस पर हमला: “क्रूर इंसान” कहा, मराठा आरक्षण पर सत्ता परिवर्तन की मांग
मराठा आरक्षण के लिए लड़ाई लड़ने वाले प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। उनकी बयानबाजी ने राज्य के राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। रविवार को एक सार्वजनिक सभा के दौरान उन्होंने राज्य के डिप्टी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें “क्रूर इंसान” बताया और आरोप लगाया कि उन्होंने बिना किसी सिफारिश और बिना किसी मांग के कुछ जातियों को ओबीसी आरक्षण दे दिया। जरांगे का कहना है कि 15 जातियों ने आरक्षण नहीं मांगा था, फिर भी उन्हें इसका लाभ दिया गया, जबकि मराठा समाज की आरक्षण की मांग को लगातार अनदेखा किया जा रहा है।
जरांगे ने यह भी आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें जबरन राजनीति में धकेला है। उनकी यह टिप्पणी तब आई जब उनसे चुनाव लड़ने के बारे में सवाल किया गया। उन्होंने कहा, “मैं यह नहीं कहता कि हमारे उम्मीदवार खड़े नहीं होंगे, लेकिन समाज की हार नहीं होनी चाहिए। मेरी राजनीति में जाने की इच्छा नहीं है। अगर हम लड़ते हैं, तो बीजेपी खुश होती है, और अगर नहीं लड़ते, तो महाविकास अघाड़ी खुश हो जाती है।”
सत्ता परिवर्तन का आह्वान
मनोज जरांगे ने सत्ता परिवर्तन की मांग करते हुए स्पष्ट किया कि उन्हें धर्म परिवर्तन की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “हमें सत्ता परिवर्तन चाहिए, लेकिन धर्म परिवर्तन नहीं। हम हिंदुत्व के समर्थक हैं, पर वह हिंदुत्व छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों पर आधारित होना चाहिए। जब मराठा आरक्षण की मांग करता है, तो उसे हिंदू विरोधी क्यों समझा जाता है? यदि आपको हिंदुत्व को मजबूत करना है, तो मराठा को आरक्षण देना होगा।”
मराठा उम्मीदवारों को टिकट
मनोज जरांगे ने यह भी ऐलान किया कि जहां-जहां जीतने की संभावना होगी, वहां उनके समर्थक उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा। उन्होंने एससी-एसटी आरक्षित सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करने से मना कर दिया, क्योंकि उनका मानना है कि वहां जीतने की संभावना नहीं है। इसके अलावा, जरांगे ने यह भी कहा कि वे उन उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे जो लिखित में यह वादा करेंगे कि वे मराठा समाज की मांगों को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा, “हम किसी भी उम्मीदवार का समर्थन तभी करेंगे जब वह 500 रुपये के बॉन्ड पर लिखकर देगा कि वह मराठा समाज की मांगों को मान्य करेगा।”
समाज को मजबूत करने की अपील
चुनावों के संदर्भ में उन्होंने मराठा समाज से आग्रह किया कि वे अपने अधिकारों के लिए मजबूती से खड़े रहें। उन्होंने कहा, “आप यह मत सोचो कि उम्मीदवार अच्छा है या नहीं। अगर आपका काम नहीं हुआ तो मैं राजनीति में सबक सिखाने के लिए मौजूद हूं। हमें इस बार उन लोगों को खत्म करना है जो समाज को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। ज़रूरत पड़ने पर दो कदम पीछे हटने से भी गुरेज़ नहीं करना चाहिए, लेकिन इस बार चुनाव में दिखा देना है कि मराठा समाज क्या है।”
जरांगे ने जोर देते हुए कहा कि समाज की गर्दन झुकनी नहीं चाहिए। चुनाव आते-जाते रहेंगे, लेकिन समाज को अपनी पहचान और अधिकारों के लिए लड़ते रहना चाहिए।