बेंगलुरु: 9 सेकंड में 7 मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिरी, 3 मजदूरों की मौत, 17 लोग मलबे में दबे
बेंगलुरु के बाबुसापल्या इलाके में मंगलवार को एक भयानक हादसा हुआ, जब मात्र 9 सेकंड में एक 7 मंजिला निर्माणाधीन इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह गई। इस हादसे में 3 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 17 अन्य लोग मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है। घटना के समय तेज बारिश हो रही थी, जिसे हादसे का संभावित कारण माना जा रहा है।
हादसे का विवरण
यह निर्माणाधीन इमारत अचानक तेज बारिश के दौरान गिरी, जिससे आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। चश्मदीदों का कहना है कि इमारत महज 9 सेकंड में पूरी तरह से धराशायी हो गई, जिससे वहां मौजूद किसी को बचने का मौका नहीं मिला। इमारत के गिरते ही तेज आवाज के साथ भारी मलबा चारों ओर फैल गया, जिससे घटनास्थल पर हाहाकार मच गया।
बचाव कार्य और चुनौतियां
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग, पुलिस, और आपातकालीन विभाग की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू कर दिया। मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं, और राहत दल लगातार मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के चलते मलबा हटाने की गति धीमी है और दबे हुए लोगों को निकालने में समय लग सकता है।
मृतकों की पहचान और प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मृतकों में सभी मजदूर थे, जो इमारत के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है और घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं को मुहैया कराने की बात कही है।
हादसे के कारणों की जांच
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इमारत के गिरने का मुख्य कारण क्या था। प्रारंभिक जांच में यह संदेह जताया जा रहा है कि तेज बारिश और निर्माण में संभावित खामियों के कारण यह हादसा हुआ हो सकता है।
इस हादसे ने बेंगलुरु में निर्माणाधीन इमारतों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
अभी तक मलबे में दबे लोगों को निकालने का कार्य जारी है, और अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकेगा।