कांग्रेस मुस्लिमों को देना चाहती है 10% आरक्षण, OBC का हक छीनने की साजिश: अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस पर मुस्लिम आरक्षण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। बीजेपी का दावा है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस ने मुस्लिम संस्था से वादा किया है कि अगर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) की सरकार बनती है, तो वह मुस्लिम समुदाय के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में 10% आरक्षण देने का कदम उठाएगी। साथ ही, आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) पर प्रतिबंध लगाने की मांग को भी कांग्रेस से पूरा करने की शर्त रखी गई है।
अमित शाह ने किया कांग्रेस पर वार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड के पलामू में एक चुनावी रैली में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), आदिवासियों और दलितों का आरक्षण छीनकर अल्पसंख्यकों को देना चाहती है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने महाराष्ट्र में उलेमाओं के प्रतिनिधिमंडल से 10% मुस्लिम आरक्षण का वादा किया है, जो ओबीसी आरक्षण को खत्म करने की कोशिश है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी कभी भी धर्म के आधार पर आरक्षण लागू नहीं होने देगी।”
ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने रखा समर्थन का प्रस्ताव
बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने भी कांग्रेस और एमवीए के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड (एआईयूबी) ने एमवीए नेताओं को पत्र भेजकर विधानसभा चुनाव में सशर्त समर्थन देने की पेशकश की है। एआईयूबी की मांगों में वक्फ विधेयक का विरोध करना, सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थाओं में मुसलमानों को 10% आरक्षण देना और महाराष्ट्र में एमवीए सरकार बनने पर आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग शामिल है। रविशंकर प्रसाद ने एआईयूबी की मांगों को विभाजनकारी बताते हुए इसकी निंदा की और इसे “देश के विघटन का मांगपत्र” करार दिया।
झारखंड चुनाव में अहम मुद्दा बना आरक्षण विवाद
झारखंड विधानसभा चुनाव में यह मुद्दा अहम बनता जा रहा है। बीजेपी ने इस मामले को चुनावी मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर ओबीसी और दलितों का आरक्षण छीनने का आरोप लगाया है। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के चुनाव में मतदान 13 और 20 नवंबर को होंगे, जबकि नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
धर्म आधारित आरक्षण को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी जंग और तेज होती दिख रही है। बीजेपी ने जहां इसे विभाजनकारी करार दिया है, वहीं कांग्रेस पर मुस्लिम समाज को चुनावी लाभ के लिए रिझाने के आरोप लगाए हैं।