महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार अपने चरम पर, पीएम मोदी की आज तीन रैलियां
महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार तेज़ी से जारी है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में ताबड़तोड़ तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री की इन जनसभाओं को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इससे पहले शनिवार और शुक्रवार को भी पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के नांदेड़, अकोला, नाशिक और धुले में जनसभाएं की थीं, जहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। बीजेपी के स्टार प्रचारक के रूप में पीएम मोदी की मौजूदगी से पार्टी को राज्य में अतिरिक्त समर्थन मिलने की उम्मीद है।
पीएम मोदी का आज का कार्यक्रम: चिमूर, सोलापुर और पुणे में रैलियां
प्रधानमंत्री मोदी की पहली रैली दोपहर एक बजे चिमूर में होगी, जहां वे विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद शाम सवा चार बजे सोलापुर में दूसरी जनसभा होगी। दिन की अंतिम जनसभा प्रधानमंत्री पुणे में शाम साढ़े छह बजे करेंगे। इन रैलियों में बीजेपी के स्थानीय उम्मीदवारों को समर्थन देने के लिए जनता से अपील की जाएगी। इन तीनों स्थानों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि रैलियों के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
महाराष्ट्र और झारखंड की मतदान और परिणाम तिथियां
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे। महाराष्ट्र के इस चुनाव में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन का मुकाबला कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से है, और इसमें क्षेत्रीय दल भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश में हैं।
दूसरी ओर, झारखंड में दो चरणों में चुनाव आयोजित किए जा रहे हैं। पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। झारखंड के चुनावी नतीजे भी 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। राज्य में बीजेपी, कांग्रेस और जेएमएम के बीच मुख्य मुकाबला है, जबकि अन्य क्षेत्रीय दल भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
चुनाव में सुरक्षा और जनता की जागरूकता पर ज़ोर
चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। महाराष्ट्र और झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है ताकि मतदान के दिन किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। साथ ही, मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वे अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें और लोकतंत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
इस चुनाव में पार्टियों का जोर राज्य के विकास, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर है। सभी दल अपने घोषणापत्र में जनता से जुड़े मुद्दों पर वादे कर रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र और झारखंड के मतदाता किसे सत्ता सौंपते हैं।