महाराष्ट्र चुनाव: उद्धव ठाकरे का शिंदे पर तीखा हमला, कहा ‘गद्दारों को सबक सिखाएगी जनता’
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के प्रचार ने सियासी तापमान को चरम पर पहुंचा दिया है। शनिवार को चांदिवली निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद आरिफ नसीम खान के समर्थन में जनसभा करते हुए शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके समर्थकों पर तीखा हमला किया।
‘गद्दारों को वोट न दें’
उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री शिंदे को ‘गद्दार’ करार देते हुए कहा, “बालासाहेब ठाकरे का सच्चा शिवसैनिक कभी किसी की पीठ में छुरा नहीं घोंपता।” उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसे ‘गद्दारों’ को सबक सिखाएं और उन्हें वोट न दें। चांदिवली में मुख्यमंत्री शिंदे की शिवसेना ने दिलीप लांडे को उम्मीदवार बनाया है, जिससे यह सीट चुनावी संघर्ष का केंद्र बन गई है।
शिवसेना में विभाजन और आरोप-प्रत्यारोप का दौर
2022 में शिवसेना के विभाजन के बाद से उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच तनातनी बढ़ती रही है। शिंदे के विद्रोह के कारण ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद से ही ठाकरे का गुट शिंदे और उनके समर्थकों पर लगातार तीखे हमले करता रहा है।
ठाकरे ने कहा, “महाराष्ट्र की जनता ने तय कर लिया है कि गद्दारों को सबक सिखाना है। एक सच्चा शिवसैनिक हमेशा अपनी विचारधारा और नेताओं के प्रति वफादार रहता है।”
गठबंधन की राजनीति और चुनावी जंग
महाराष्ट्र की राजनीति में बयानबाजी के साथ-साथ गठबंधन की राजनीति भी जोरों पर है। उद्धव ठाकरे का गुट कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर अपने सहयोगियों को मजबूती देने में जुटा है, जबकि शिंदे की शिवसेना और भाजपा मिलकर सत्ता में अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि यह चुनाव उद्धव ठाकरे के लिए अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने और शिंदे के गुट को चुनौती देने का अहम मौका है। वहीं, शिंदे और भाजपा गठबंधन इस चुनाव को सत्ता में अपनी पकड़ और प्रभाव बनाए रखने के अवसर के रूप में देख रहे हैं।
नतीजों का इंतजार
20 नवंबर को मतदान के बाद 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे, जो यह तय करेंगे कि महाराष्ट्र की जनता किसके साथ है। फिलहाल, राज्य में चुनावी माहौल गर्म और दिलचस्प बना हुआ है।