दिल्ली चुनाव 2025: आम आदमी पार्टी ने जारी की 11 उम्मीदवारों की पहली सूची, कई मौजूदा विधायकों का कटा टिकट
आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में 11 नाम शामिल हैं, जिनमें नए चेहरे, हाल ही में पार्टी में शामिल हुए नेता, और पुराने उम्मीदवार शामिल हैं। पार्टी ने विशेष रूप से उन सीटों पर ध्यान दिया है, जहां 2020 के चुनावों में उसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हार का सामना करना पड़ा था।
प्रमुख उम्मीदवार और सीटें
- छतरपुर: ब्रह्मा सिंह तंवर
- किराड़ी: अनिल झा
- विश्वास नगर: दीपक सिंघला
- रोहतास नगर: सरिता सिंह
- लक्ष्मी नगर: बीबी त्यागी
- बदरपुर: राम सिंह नेताजी
- सीलमपुर: जुबेर चौधरी
- सीमापुरी: वीर सिंह धींगान
- घोंडा: गौरव शर्मा
- करावल नगर: मनोज त्यागी
- मटियाला: सोमेश शौकीन
मौजूदा विधायकों का टिकट कटा
इस बार पार्टी ने तीन मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है:
- मटियाला से गुलाब सिंह: उनके स्थान पर सोमेश शौकीन को उम्मीदवार बनाया गया है।
- किराड़ी से ऋतुराज झा: उनका टिकट काटकर हाल ही में भाजपा से आए अनिल झा को टिकट दिया गया।
- सीलमपुर से अब्दुल रहमान: उनका टिकट काटकर कांग्रेस से आए जुबेर चौधरी को मैदान में उतारा गया है।
यह बदलाव पार्टी की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें नए चेहरों को मौका देने और हाल ही में अन्य पार्टियों से जुड़े नेताओं को शामिल कर वोटबैंक बढ़ाने की कोशिश की गई है।
2020 में हारने वालों को मिला दूसरा मौका
आप ने उन तीन सीटों पर पुराने चेहरों को दोबारा मौका दिया है, जहां वह 2020 के चुनाव में भाजपा से हार गई थी।
- विश्वास नगर: दीपक सिंघला
- रोहतास नगर: सरिता सिंह
- बदरपुर: राम सिंह नेताजी
पार्टी का मानना है कि इन उम्मीदवारों को दोबारा मौका देने से हार को जीत में बदला जा सकता है।
कांग्रेस और भाजपा से आए नेताओं को टिकट
- वीर सिंह धींगान: कांग्रेस से आए धींगान को सीमापुरी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
- अनिल झा: भाजपा से आप में शामिल हुए अनिल झा को किराड़ी विधानसभा सीट से टिकट दिया गया।
यह कदम संकेत देता है कि आप पार्टी अन्य दलों के अनुभवी नेताओं को अपनी तरफ खींचने और उन्हें चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति पर काम कर रही है।
सीमापुरी में बड़ा बदलाव
सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र, जहां आप के पूर्व विधायक और मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कांग्रेस जॉइन कर ली थी, वहां वीर सिंह धींगान को टिकट दिया गया है। यह सीट पार्टी के लिए खास है क्योंकि यहां से आप की पकड़ मजबूत मानी जाती थी।
पार्टी की रणनीति
आम आदमी पार्टी ने इस पहली सूची में उन सीटों पर खास ध्यान दिया है, जो पिछली बार कमजोर रही थीं।
- पार्टी ने छतरपुर, घोंडा, और करावल नगर जैसी सीटों पर नए चेहरों को मौका दिया।
- नए उम्मीदवारों में से कई ऐसे हैं, जिन्होंने हाल ही में पार्टी जॉइन की है, जिससे पार्टी का यह संकेत देना है कि वह नए विचारों और अनुभव का स्वागत करती है।
दिल्ली में चुनावी माहौल
दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने की संभावना है। आम आदमी पार्टी, जो लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की कोशिश में है, अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की तैयारी में जुटी है।
- पार्टी ने 2020 में 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन भाजपा के प्रभाव को देखते हुए इस बार अधिक सतर्कता बरती जा रही है।
- भाजपा, जो पिछले चुनावों में केवल 8 सीटों पर सिमट गई थी, इस बार अपनी पकड़ बढ़ाने के प्रयास में है।
आम आदमी पार्टी की चुनौतियां
आम आदमी पार्टी के लिए इस बार की चुनावी लड़ाई उतनी आसान नहीं होगी।
- भाजपा का बढ़ता प्रभाव: भाजपा लगातार आप पर हमलावर है और केंद्र सरकार की योजनाओं के जरिए दिल्ली में अपनी पैठ बढ़ा रही है।
- पुराने चेहरों की जगह नए उम्मीदवार: पार्टी ने कई पुराने विधायकों को टिकट नहीं दिया, जिससे असंतोष पैदा हो सकता है।
- आंतरिक कलह: पार्टी में टिकट वितरण को लेकर असंतोष की खबरें आ रही हैं।
निष्कर्ष
आम आदमी पार्टी ने अपनी पहली सूची में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिससे यह साफ है कि पार्टी अपनी रणनीति में किसी तरह की ढिलाई नहीं छोड़ना चाहती। नई और पुरानी ताकतों के मेल से पार्टी भाजपा को कड़ी चुनौती देने की तैयारी में है। आगामी सूचियों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जो चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेंगे।