जिधर बम; उधर हम: प्रकाश अंबेडकर ने कहा – “हम उस पक्ष के साथ जाएंगे जो सरकार बना सके”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले, वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष और संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर वीबीए को सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभाने का मौका मिलता है, तो उनकी पार्टी उस पक्ष का समर्थन करेगी जो सरकार बना सके।
“हम सत्ता चुनेंगे” – प्रकाश अंबेडकर
प्रकाश अंबेडकर ने सोशल मीडिया पर कहा, “अगर वीबीए को सरकार बनाने के लिए समर्थन देना पड़ा, तो हम उस गठबंधन के साथ जाएंगे जो सरकार बना सके। हम सत्ता चुनेंगे।”
यह बयान सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति और कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) दोनों के लिए एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
किसकी बनेगी सरकार?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान 22 नवंबर को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, जिसमें 62.05% वोटिंग हुई। नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
ज्यादातर एग्जिट पोल ने भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन की सरकार बनने की संभावना जताई है, लेकिन कुछ ने कांटे की टक्कर का अनुमान लगाया है।
शहरी मतदाता रहे सुस्त
मुंबई, पुणे और ठाणे जैसे शहरी क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत निराशाजनक रहा, हालांकि चुनाव आयोग ने मतदान को बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए थे।
मुख्य मुकाबला: महायुति बनाम एमवीए
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति और कांग्रेस के नेतृत्व वाले एमवीए के बीच है।
- महायुति गठबंधन: भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट)
- महा विकास अघाड़ी: कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट)
वीबीए की भूमिका पर नजरें
इस चुनाव में वीबीए की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है, खासकर अगर नतीजे त्रिशंकु विधानसभा की ओर इशारा करते हैं। प्रकाश अंबेडकर के बयान के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी पार्टी किस तरफ रुख करती है।
क्यों अहम है यह चुनाव?
यह महाराष्ट्र का पहला विधानसभा चुनाव है जो शिवसेना और एनसीपी में विभाजन के बाद हो रहा है। नतीजों से तय होगा कि राज्य में आने वाले वर्षों में सत्ता की तस्वीर कैसी होगी।