महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर गतिरोध: शिंदे की जिद से फंसी सरकार, बीजेपी ने बनाई नई रणनीति
मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच सीएम पद को लेकर खींचतान जारी है। पिछले कार्यकाल में दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार चलाई थी, लेकिन इस बार तस्वीर अलग नजर आ रही है। बीजेपी, जिसने इस बार अधिक सीटें जीती हैं, मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा कर रही है। वहीं, कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस पद से हटने को तैयार नहीं हैं, जिससे सरकार गठन में देरी हो रही है।
बीजेपी की पेशकश, शिंदे का इनकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को केंद्र में कैबिनेट मंत्री पद या महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री का पद संभालने का प्रस्ताव दिया है। लेकिन शिंदे ने इन प्रस्तावों को ठुकरा दिया है। सूत्रों का कहना है कि शिंदे मुख्यमंत्री पद से नीचे किसी भी भूमिका को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।
शिंदे की मांगें
रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंदे ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से स्पष्ट कर दिया है कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया, तो उन्हें महायुति सरकार का संयोजक बनाया जाना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने प्रस्ताव रखा है कि उनके बेटे डॉ. श्रीकांत शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया जाए। श्रीकांत शिंदे कल्याण से लोकसभा सांसद हैं और पार्टी में उनके कद को बढ़ाने की मांग की जा रही है।
सरकार गठन में देरी
शिंदे की जिद के कारण महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में देरी हो रही है। बीजेपी ने इस मामले पर अभी तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व इस गतिरोध को सुलझाने के लिए रणनीति पर काम कर रहा है।
पिछले कार्यकाल से अलग हालात
गौरतलब है कि पिछले कार्यकाल में बीजेपी और शिंदे गुट ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार बीजेपी अधिक सीटें जीतने के कारण मुख्यमंत्री पद पर अपना अधिकार चाहती है। वहीं, शिंदे गुट यह तर्क दे रहा है कि चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा गया था, इसलिए सीएम पद का हकदार भी वही हैं।
क्या होगा अगला कदम?
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही इस रस्साकशी ने राजनीतिक पारा चढ़ा दिया है। दोनों पक्ष अपने-अपने दावों पर अड़े हुए हैं। अब देखना यह होगा कि बीजेपी और शिंदे गुट के बीच समझौता कैसे होता है और महाराष्ट्र को अगला मुख्यमंत्री कब मिलता है।