कांग्रेस की CWC बैठक: ईवीएम के विरोध और संगठनात्मक सुधारों पर जोर
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी ने वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक आयोजित की। बैठक में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल खड़े करते हुए भारत को पारंपरिक बैलेट पेपर की ओर लौटने की वकालत की। प्रियंका ने कहा,
“इस मामले में कोई बीच का रास्ता नहीं हो सकता। या तो ईवीएम हो या फिर बैलेट।”
राहुल गांधी का चुनाव आयोग पर सवाल
बैठक में पार्टी नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की पारदर्शिता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना बेहद जरूरी है। राहुल ने कांग्रेस के जातिगत जनगणना और आरक्षण सीमा बढ़ाने के रुख को दोहराते हुए कहा कि इसी तरह अन्य संवेदनशील मुद्दों पर भी स्पष्ट रुख अपनाने की आवश्यकता है।
चुनाव आयोग की जवाबदेही पर जोर
CWC ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की तर्ज पर चुनाव आयोग की जवाबदेही सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। पार्टी का मानना है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए आयोग पर दबाव बनाना आवश्यक है।
1991 के ‘प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट’ पर प्रतिबद्धता
CWC ने 1991 के ‘प्लेस ऑफ वर्शिप (स्पेशल प्रोविज़न्स) एक्ट’ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। पार्टी का आरोप है कि भाजपा इस कानून का खुलेआम उल्लंघन कर रही है।
महात्मा गांधी की अध्यक्षता के 100 वर्ष का उत्सव
कांग्रेस ने महात्मा गांधी के अध्यक्ष बनने की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए दिसंबर में बेलागवी में एक बड़ा समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया। इस दौरान एक विस्तारित कार्यकारी समिति की बैठक और विशाल रैली भी होगी।
चुनावी प्रदर्शन की समीक्षा
केसी वेणुगोपाल ने बैठक के बाद कहा कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के प्रदर्शन और संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा की गई। पार्टी ने ब्लॉक और जिला स्तर पर संगठन की स्थिति का आकलन करने के लिए आंतरिक समितियां गठित करने का निर्णय लिया है।
हरियाणा और महाराष्ट्र पर चिंता
CWC ने हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावी प्रदर्शन पर गहरी चिंता व्यक्त की। हरियाणा में जहां स्पष्ट जीत की उम्मीद थी, वहीं चुनावी गड़बड़ियों ने परिणाम को प्रभावित किया। महाराष्ट्र में कांग्रेस और MVA सहयोगियों का खराब प्रदर्शन अप्रत्याशित और चिंताजनक रहा।
जम्मू-कश्मीर गठबंधन पर संतोष
बैठक में जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस (NC) और कांग्रेस गठबंधन को जनता का समर्थन मिलने पर खुशी जाहिर की गई। हालांकि, पार्टी ने स्वीकार किया कि प्रदर्शन उम्मीदों से कमतर रहा।
आने वाले चुनावों के लिए रणनीति
CWC ने आगामी चुनावों के लिए संगठनात्मक मजबूती और स्पष्ट रणनीति बनाने पर जोर दिया। पार्टी ने कार्यकर्ताओं में जोश और जनता के बीच भरोसा बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया।
कांग्रेस की यह बैठक पार्टी की आंतरिक मजबूती और राजनीतिक दिशा तय करने के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है।