“चुनाव आयोग मोदी का पालतू कुत्ता है” अशोक जगताप के विवादित बयान से राजनीति में मचा हड़कंप
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से निराश कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद (एमएलसी) के सदस्य अशोक जगताप उर्फ भाई जगताप ने शुक्रवार को चुनाव आयोग (ईसीआई) को लेकर विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने चुनाव आयोग की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “पालतू कुत्ते” से करते हुए आरोप लगाया कि यह संस्था निष्पक्षता छोड़कर सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के इशारों पर काम कर रही है।
ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप
अशोक जगताप ने कहा कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव के नतीजे अप्रत्याशित हैं। उन्होंने चुनाव में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) में छेड़छाड़ और हैकिंग का आरोप लगाते हुए कहा,
“राज्य के लोग महायुति सरकार के खिलाफ थे, लेकिन ईवीएम छेड़छाड़ की वजह से परिणाम बदले गए। यह लोकतंत्र का मजाक है।”
उन्होंने यह भी कहा कि सभी संवैधानिक संस्थाएं, जैसे सीबीआई, ईडी और चुनाव आयोग, अब बीजेपी के प्रभाव में कठपुतली बन गई हैं।
“चुनाव आयोग मोदीजी का कुत्ता” बयान पर विवाद
जगताप ने तीखा बयान देते हुए कहा,
“चुनाव आयोग प्रधानमंत्री मोदी के बंगले के बाहर बैठे कुत्ते की तरह काम कर रहा है। जो संस्थाएं लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाई गई थीं, वे अब दुरुपयोग का शिकार हो रही हैं।”
उनके इस बयान पर राजनीति में खलबली मच गई है।
शिवसेना ने साधा निशाना
शिवसेना (शिंदे गुट) ने अशोक जगताप के बयान की कड़ी निंदा की। शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा,
“अगर कांग्रेस को ईवीएम पर शक है, तो वह रैंडम ईवीएम चेकिंग का विकल्प चुन सकती है। सच्चाई सामने आ जाएगी। ऐसे बेतुके बयान देने से बचना चाहिए।”
सामंत ने कांग्रेस नेता पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस तरह के बयान लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान हैं।
बीजेपी और अन्य दलों की प्रतिक्रिया
बीजेपी ने भी जगताप के बयान को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि यह कांग्रेस की हताशा को दर्शाता है। पार्टी प्रवक्ताओं ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर विश्वास जताया और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस का समर्थन या चुप्पी?
जगताप के इस बयान पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बयान से असहज है और जल्द ही इस पर स्थिति स्पष्ट कर सकती है।
चुनाव परिणाम और विवाद
23 नवंबर को घोषित विधानसभा चुनाव परिणामों में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया। इसके बावजूद कांग्रेस और विपक्षी दल चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठा रहे हैं।
राजनीतिक माहौल गर्म
जगताप के विवादित बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति को और गरमा दिया है। जहां एक तरफ शिवसेना और बीजेपी ने उनके बयान की आलोचना की है, वहीं कांग्रेस के सामने अपने नेता के बयान का बचाव या खंडन करने की चुनौती खड़ी हो गई है।