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APAAR ID योजना: “अब हर छात्र के पास होगी यूनिक आईडी: जानिए अपार कार्ड के फायदे”

भारत सरकार ने शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्टर (APAAR ID) योजना शुरू की है। यह पहल “वन नेशन, वन आईडी” की तर्ज पर लाई गई है, जिसमें छात्रों के शैक्षणिक रिकॉर्ड को डिजिटल और सुरक्षित बनाने का उद्देश्य है।

क्या है अपार आईडी?

अपार आईडी छात्रों के लिए एक यूनिक 12 अंकों का डिजिटल कोड है, जो उनके शैक्षणिक जीवन का संपूर्ण रिकॉर्ड रखेगा। यह एक प्रकार का डिजिटल लॉकर है, जिसमें छात्रों के सभी दस्तावेज और शैक्षणिक जानकारियां उपलब्ध होंगी। यह आधार कार्ड की तर्ज पर काम करेगा, जिसमें छात्रों की पढ़ाई, उपस्थिति, प्रदर्शन, और सह-शैक्षणिक गतिविधियों की पूरी जानकारी संग्रहीत की जाएगी।

इसमें क्या-क्या जानकारी दर्ज होगी?

  1. मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम।
  2. उपस्थिति (Attendance) का पूरा रिकॉर्ड।
  3. स्कूल और अभिभावकों के बीच हुई पीटीएम (Parent-Teacher Meeting) का डेटा।
  4. खेल-कूद, ओलंपियाड और अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों का विवरण।
  5. छात्रों के सभी शैक्षणिक दस्तावेज:
    • मार्कशीट।
    • कैरेक्टर सर्टिफिकेट।
    • स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट।
    • खेल-कूद और ओलंपियाड की उपलब्धियां।

अपार आईडी कैसे बनवाएं?

  1. पंजीकरण प्रक्रिया:
    अपार आईडी का पंजीकरण छात्रों के स्कूल के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए छात्रों और उनके अभिभावकों को apaar.education.gov.in वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
  2. आधार कार्ड जरूरी:
    अपार आईडी का पंजीकरण आधार कार्ड के साथ किया जाएगा, जिससे छात्रों की जानकारी सटीक और प्रमाणिक रहे।
  3. पेरेंट्स की सहमति अनिवार्य:
    अपार आईडी के निर्माण के लिए अभिभावकों की अनुमति ली जाएगी।

अपार आईडी के फायदे

1. शैक्षणिक दस्तावेजों का डिजिटलीकरण:

छात्रों के सभी शैक्षणिक दस्तावेज डिजिटल रूप में उपलब्ध रहेंगे। दस्तावेज खोने या नष्ट होने की स्थिति में इन्हें आसानी से पुनः प्राप्त किया जा सकेगा।

2. फर्जीवाड़े पर रोक:

डिजिटल रिकॉर्ड होने से शैक्षणिक दस्तावेजों में फर्जीवाड़े की संभावनाएं खत्म होंगी।

3. शैक्षणिक स्थानांतरण में सहूलियत:

  • एक स्कूल से दूसरे स्कूल में स्थानांतरित होने वाले छात्रों को दस्तावेजों की भौतिक प्रतियों की आवश्यकता नहीं होगी।
  • अपार आईडी नंबर देकर नए स्कूल में आसानी से एडमिशन लिया जा सकेगा।

4. क्रेडिट स्कोर और भविष्य की योजनाएं:

  • छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर उन्हें क्रेडिट स्कोर मिलेगा, जो उच्च शिक्षा और नौकरी में सहायक होगा।
  • 18 वर्ष की उम्र पूरी होने पर अपार आईडी से मतदाता पहचान पत्र बनाना आसान होगा।

5. भविष्य के नियोक्ताओं के लिए लाभदायक:

  • कंपनियां और नियोक्ता अपार आईडी के माध्यम से छात्रों का पूरा शैक्षणिक रिकॉर्ड एक क्लिक में देख सकेंगे।

6. समय और संसाधन की बचत:

  • सभी शैक्षणिक दस्तावेज एक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगे।
  • छात्रों और अभिभावकों को बार-बार दस्तावेजों की फोटोकॉपी कराने की जरूरत नहीं होगी।

सरकार की योजना का उद्देश्य

  1. पारदर्शिता:
    छात्रों के शैक्षणिक दस्तावेजों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
  2. सुरक्षा:
    शैक्षणिक रिकॉर्ड को डिजिटली संरक्षित कर फर्जीवाड़े की संभावनाओं को खत्म करना।
  3. आसान डेटा एक्सेस:
    छात्रों और संबंधित संस्थानों के लिए डेटा तक पहुंच को सरल और सुलभ बनाना।
  4. डिजिटलीकरण:
    शिक्षा व्यवस्था में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना और इसे भविष्य के लिए तैयार करना।

APAAR ID Card

अपार आईडी योजना छात्रों, अभिभावकों और शिक्षण संस्थानों के लिए एक बड़ा कदम है। यह न केवल छात्रों की शैक्षणिक जानकारी को सुरक्षित बनाएगा, बल्कि शिक्षण प्रक्रिया को आधुनिक और पारदर्शी भी बनाएगा। यह योजना देश में शिक्षा क्षेत्र में डिजिटलीकरण और पारदर्शिता लाने के सरकार के संकल्प को दर्शाती है। छात्रों के लिए यह एक मजबूत शैक्षणिक आधार और भविष्य की संभावनाओं का द्वार खोलने वाला कदम साबित होगा।

खासदार टाइम्स

खासदार टाईम्स {निडर, निष्पक्ष, प्रखर समाचार, खासदार की तलवार, अन्याय पे प्रहार!} हिंदी/मराठी न्यूज पेपर, डिजिटल न्यूज पोर्टल/चैनल) RNI No. MAHBIL/2011/37356 संपादक - खान एजाज़ अहमद, कार्यकारी संपादक – सय्यद फेरोज़ आशिक

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