अजमेर दरगाह और सम्भल विवाद: सचिन पायलट का केंद्र पर निशाना, कहा- ‘बच्चों को नौकरियां नहीं मिल रहीं और इन्हें खुदाई की लगी है’
अजमेर दरगाह और सम्भल की जामा मस्जिद पर मंदिर होने के दावों को लेकर उठे विवाद के बीच कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि देश में असली मुद्दों को भुलाकर ऐसे मुद्दों को तूल दिया जा रहा है, जिनका जनता के जीवन पर कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
1991 के कानून का हवाला दिया
सचिन पायलट ने संसद द्वारा 1991 में पारित धर्मस्थल कानून की याद दिलाते हुए कहा कि उसमें यह स्पष्ट है कि 1947 के बाद जो भी धार्मिक स्थल जैसा है, वैसा ही रहेगा। उन्होंने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा, “इसको खोदो, वो निकलेगा, उसको खोदो, वो निकलेगा। बच्चों को नौकरियां नहीं मिल रही हैं और इन्हें खुदाई की पड़ी है।”
‘सिर्फ सुर्खियां बनाने की कोशिश’
पायलट ने कहा कि इन विवादों से आम जनता के बुनियादी मुद्दों पर ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा, “मूंग की खरीद नहीं हो रही, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा, लेकिन सरकार को इन सबकी परवाह नहीं है। बस अखबारों और टीवी पर सुर्खियां बटोरने की कवायद चल रही है।”
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
सचिन पायलट ने जोधपुर में हुई हालिया हत्याकांड का जिक्र करते हुए देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “माता-बहनों की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। कुछ ताकतें ऐसी हैं जो चाहती हैं कि देश में ऐसे विवाद धीमी आंच पर जलते रहें, ताकि असली मुद्दों से ध्यान भटका रहे।”
नेताओं के बयान जारी
अजमेर और सम्भल विवाद को लेकर अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। यह मुद्दा धार्मिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से गर्मा गया है। अब देखना यह होगा कि सरकार इन विवादों का समाधान कैसे करती है और असली मुद्दों पर कब ध्यान देती है।