संभल हिंसा: योगी सरकार का बुलडोजर एक्शन, AIMIM चीफ ओवैसी ने किया विरोध
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के बाद योगी सरकार ने दंगाइयों पर कड़ी कार्रवाई की है। चंदौसी कोतवाली इलाके में करीब एक दर्जन अवैध दुकानों पर बुलडोजर चलाया गया। सरकार का यह कदम राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर कठोर संदेश देने के रूप में देखा जा रहा है।
बुलडोजर एक्शन के पीछे योगी सरकार का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में स्पष्ट किया कि हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, “संभल या किसी अन्य जिले में किसी को भी अराजकता फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
पाकिस्तानी कनेक्शन की जांच
संभल हिंसा के दौरान बरामद हुए कारतूस और खोखों ने पुलिस को चौकन्ना कर दिया है। फॉरेंसिक जांच में इन कारतूसों पर “मेड इन यूएस” और पाकिस्तान के खोखे मिले हैं।
- बरामद सामग्री:
- पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9MM के 2 मिस फायर और 1 खोखा।
- 12 बोर और 32 बोर के कारतूस।
- जांच टीम: ASP श्रीश चंद्र, CO अनुज चौधरी, और अन्य अधिकारी मौके पर जांच कर रहे हैं। पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सर्च ऑपरेशन जारी रखे हुए है।
ओवैसी का सरकार पर हमला
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के खिलाफ बताते हुए कड़ी आलोचना की। ओवैसी ने कहा, “संभल में जो हुआ, वह सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का उल्लंघन है। किसी भी कार्रवाई से पहले 15 दिन की नोटिस दी जानी चाहिए। यह एक पूरे समाज को निशाना बनाने जैसा है।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार संविधान के अनुरूप काम नहीं कर रही और जनता के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है।