संसद में आपत्तिजनक फिल्म प्रदर्शित करने पर विवाद, पीएम मोदी पर सॉफ्ट पॉर्न को बढ़ावा देने का आरोप
हाल ही में एकता कपूर द्वारा निर्मित एक विवादास्पद फिल्म की संसद में स्क्रीनिंग के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर आपत्तिजनक सामग्री को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे हैं। यह घटना सोशल मीडिया पर तीखी बहस का कारण बन गई है। आलोचकों का कहना है कि एकता कपूर, जो अपने प्लेटफॉर्म ऑल्ट बालाजी पर विवादास्पद सामग्री के लिए पहले से ही निशाने पर रही हैं, की फिल्म को सरकारी मंजूरी के साथ संसद में दिखाना एक गंभीर नैतिक चूक है।
जनता और विपक्ष ने इस घटना की कड़ी आलोचना की है। कुछ ने इसे सॉफ्ट पॉर्न को वैधता देने का प्रयास करार दिया है। वहीं, कई सवाल उठा रहे हैं कि क्या सरकार ने कॉर्पोरेट या राजनीतिक लाभ के लिए नैतिकता को किनारे रख दिया है?
इस विवाद ने टीवी एंकर अर्नब गोस्वामी की चुप्पी को भी चर्चा में ला दिया है। जो अक्सर सरकार के समर्थन में मुखर रहते हैं, उनकी इस मुद्दे पर चुप्पी ने नए संदेह पैदा कर दिए हैं।
घटना के बाद जनता का गुस्सा और बढ़ गया है। देशभर में नैतिकता, सामग्री विनियमन और सरकार की जवाबदेही पर बहस छिड़ गई है। लोग सरकार से इस मामले में स्पष्टता और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।