आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक हादसा: 6 की मौत, 14 गंभीर घायल
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर कन्नौज जिले के सकरावा क्षेत्र में शुक्रवार रात एक स्लीपर बस और टैंकर की टक्कर से बड़ा हादसा हुआ। इस दुर्घटना में छह लोगों की मौत हो गई और 14 गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में मारे गए लोगों में एक महिला की अब तक पहचान नहीं हो पाई है। दुर्घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और बस के अंदर भयावह दृश्य देखने को मिले।
घटनास्थल का भयावह मंजर
घायलों के अनुसार, हादसे के समय अधिकांश यात्री सो रहे थे या मोबाइल चला रहे थे। अचानक तेज धमाके के साथ बस में चीख-पुकार मच गई। चारों ओर खून और शव बिखरे हुए थे। कई यात्रियों ने बताया कि वे खून से सने शवों को देखकर बेहोश हो गए। एक-दूसरे पर गिरने और दबने से अधिकांश सवारियां घायल हो गईं।
मृतकों और घायलों की पहचान
मृतकों में छह लोग शामिल हैं, जिनमें से एक बस चालक और टैंकर चालक हैं। अन्य मृतकों की पहचान राहुल यादव, पूरन पटेल, ऋषि यादव, प्रेम कुमार, अकाल ज्योत सिंह, और अंकुर बॉबी के रूप में हुई है। घायल यात्रियों को सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में भर्ती कराया गया, जहां तीन घायलों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है।
समय पर मदद से बची कई जानें
बस के खलासी संदीप ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद समय पर मदद मिलने से कई जानें बच गईं। केंद्रीय मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने घटना स्थल पर रुककर घायलों को बस से बाहर निकाला और प्रशासन को तुरंत राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। डीएम, एसएसपी और मेडिकल कॉलेज की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर समुचित इलाज की व्यवस्था की।
घायलों की हालत स्थिर, लेकिन सदमे में लोग
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की हालत अब खतरे से बाहर है। कुलपति प्रोफेसर पीके जैन और चिकित्सा अधीक्षक ने घायलों से मिलकर उनकी स्थिति की जानकारी ली।
तीन लाख से अधिक की नकदी गायब
घायल रविकांत पांडे के बैग से तीन लाख 85 हजार रुपये चोरी हो गए। उनके भाई ने बताया कि बैग फटा हुआ मिला, जिसमें सोना तो सुरक्षित था लेकिन नकदी गायब थी।
प्रशासन से उठे सवाल
इस दर्दनाक हादसे ने सड़क सुरक्षा और एक्सप्रेसवे पर उचित निगरानी के अभाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घायलों और मृतकों के परिवारों को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।