परभणी: संविधान की प्रतिकृति क्षतिग्रस्त, आक्रोशित भीड़ का उग्र प्रदर्शन, आगजनी और पथराव
महाराष्ट्र के परभणी रेलवे स्टेशन के बाहर अज्ञात व्यक्ति द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास रखी संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त करने से इलाके में तनाव फैल गया। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने प्रदर्शन करते हुए आगजनी और पथराव किया।
क्या हुआ?
पुलिस के अनुसार, घटना मंगलवार को हुई जब संविधान की प्रतिकृति क्षतिग्रस्त किए जाने की खबर फैलने पर करीब 200 लोग प्रतिमा के पास जमा हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ते हुए हिंसक रूप अख्तियार कर लिया।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने नंदीग्राम एक्सप्रेस के लोको-पायलट को ट्रेन से नीचे खींचकर मारपीट की और रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर दिया। ट्रेन लगभग 30 मिनट तक रुकी रही, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाकर स्थिति को नियंत्रित किया।
प्रदर्शनकारियों की मांगें
प्रदर्शनकारियों ने संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने सभी राष्ट्रीय नेताओं की मूर्तियों और प्रतीकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
इलाके में तनावपूर्ण शांति
घटना के बाद से इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, स्थिति फिलहाल शांतिपूर्ण है, लेकिन संविधान निर्माता डॉ. बी.आर. आंबेडकर के अनुयायियों ने इस घटना के विरोध में बंद का आह्वान किया है।
पिछली घटनाओं का संदर्भ
इससे पहले, नरियांव की दलित बस्ती में भी डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने की घटना हुई थी, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया था। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ही स्थिति नियंत्रित हो पाई थी।
प्रशासन सतर्क
पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। साथ ही, संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात कर शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।