महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार पर संशय बरकरार, मंत्री पद के लिए जोरदार लॉबिंग
महाराष्ट्र की राजनीति में इस समय कैबिनेट विस्तार को लेकर जबरदस्त गहमागहमी चल रही है। 16 दिसंबर से नागपुर में शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले, 15 दिसंबर को कैबिनेट विस्तार की संभावना जताई जा रही है। इसको लेकर इच्छुक विधायकों की भाग-दौड़ और बैठकें तेज हो गई हैं।
मंत्री पद के लिए विधायकों की दौड़
शिवसेना (शिंदे गुट) और BJP के विधायक एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के घरों के चक्कर काट रहे हैं।
- शिवसेना विधायकों में संजय शिरसाट, योगेश कदम, विजय शिवतारे, भरत गोगवले और बालाजी किनिकर मंत्री पद पाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं।
- संजय शिरसाट और भरत गोगवले के नाम पहले से चर्चा में हैं, और इस बार वे अपनी जगह पक्की करने की कोशिश में हैं।
शिंदे ने कुछ विधायकों को किया अनदेखा
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंत्री पद की पैरवी कर रहे शिवसेना के दो बड़े नेताओं से मिलने से इनकार कर दिया।
- दीपक केसरकर और तानाजी सावंत, जो पहले मंत्री रह चुके हैं, इस बार कैबिनेट में जगह पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
- पांच घंटे इंतजार के बावजूद शिंदे से मुलाकात न हो पाने से दोनों नेता निराश लौटे।
शिवसेना में नए चेहरों को मिलेगा मौका
शिवसेना (शिंदे गुट) के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इस बार पार्टी में नए चेहरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- पुराने “नाकारा और बड़बोले” नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
- इस बदलाव के चलते कैबिनेट विस्तार में अप्रत्याशित नाम देखने को मिल सकते हैं।
BJP के विधायकों की हलचल
BJP के विधायक भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। कई विधायक देवेंद्र फडणवीस से मिलने सागर बंगले पर पहुंचे।
क्या होगा कैबिनेट विस्तार का फैसला?
कैबिनेट विस्तार को लेकर अंतिम फैसला आज होना है।
- इच्छुक विधायक वर्षा और सागर बंगले की चौखट पर डटे हुए हैं।
- लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से कोई स्पष्ट घोषणा नहीं हुई है।
कैबिनेट विस्तार को लेकर राजनीतिक समीकरण और पैरवी का खेल चरम पर है। मंत्रिमंडल में जगह पाने की कोशिश में कई दिग्गजों को निराशा हाथ लग सकती है, जबकि नए चेहरों को मौका मिलने की संभावना जताई जा रही है।