हनुमान मंदिर विवाद: BJP के शासन में अब मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं – उद्धव ठाकरे
मुंबई के दादर स्टेशन के बाहर स्थित 80 साल पुराने हनुमान मंदिर को रेलवे द्वारा अतिक्रमण करार देकर हटाने के नोटिस के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर BJP पर तीखा हमला बोलते हुए इसे हिंदुत्व विरोधी करार दिया।
उद्धव ठाकरे ने इसे मंदिर को गिराने का “फतवा” बताते हुए कहा, “ये कौन सा हिंदुत्व है? BJP के शासन में अब मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं। केंद्र और राज्य सरकार इस मामले में निष्क्रिय हैं।”
क्या है मामला?
4 दिसंबर को रेलवे ने मंदिर के ट्रस्टी और पुजारी को नोटिस जारी करते हुए इसे अपनी जमीन पर अवैध रूप से बना बताया। रेलवे का कहना है कि मंदिर यात्रियों और वाहनों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न कर रहा है और दादर स्टेशन पर बुनियादी ढांचे के काम में रुकावट डाल रहा है।
नोटिस में मंदिर को हटाने के लिए सात दिन का समय दिया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
BJP पर शिवसेना का तंज
उद्धव ठाकरे ने BJP के “एक हैं तो सेफ हैं” नारे पर कटाक्ष करते हुए कहा, “वे अब 80 साल पुराने मंदिर को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। यह कौन सा हिंदुत्व है?”
शिवसेना UBT नेता आदित्य ठाकरे ने भी X (पूर्व में Twitter) पर BJP पर निशाना साधते हुए लिखा, “ऐसा लगता है कि BJP हिंदुओं का इस्तेमाल केवल चुनावों के लिए करती है। महाराष्ट्र में मंदिर तक सुरक्षित नहीं हैं, और अब उन्हें गिराने का नोटिस दिया जा रहा है।”
राजनीतिक विवाद बढ़ा
यह मुद्दा BJP और शिवसेना (UBT) के बीच हिंदुत्व की परिभाषा को लेकर नए विवाद को जन्म दे रहा है।
- उद्धव ठाकरे ने BJP पर हिंदुत्व के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
- आदित्य ठाकरे ने यह सवाल उठाया कि BJP सरकार मंदिरों को तोड़ने के लिए नोटिस क्यों जारी कर रही है।
राजनीतिक संदेश
यह विवाद BJP और शिवसेना (UBT) के बीच हिंदुत्व को लेकर बढ़ते मतभेदों का प्रतीक बन गया है। आगामी चुनावों को देखते हुए यह मुद्दा धार्मिक और राजनीतिक बहस का केंद्र बन सकता है।