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प्रवीण तोगड़िया का विवादित बयान: “सिर्फ हिंदुओं की दुकानों से खरीदें सामान, जनसंख्या नियंत्रण कानून जरूरी”

नैनी के मुक्ता विहार में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक प्रवीण तोगड़िया ने विवादित बयान देते हुए हिंदुओं को केवल हिंदू दुकानदारों से सामान खरीदने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को बहुसंख्यक बनाए रखना प्राथमिकता होनी चाहिए, चाहे इसके लिए कानून का सहारा लें या डंडे का। उन्होंने दावा किया कि अन्य धर्मों की बढ़ती आबादी देश और समाज के लिए खतरा है और इसे रोकने के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करना जरूरी है।

संभल के मुद्दे पर टिप्पणी

प्रवीण तोगड़िया ने हाल ही में संभल में मिले भस्म शंकर मंदिर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मंदिर में पूजा शुरू हो चुकी है और आगे भी जारी रहेगी। साथ ही, उन्होंने हिंदुओं को अपने घरों में धार्मिक ग्रंथ जैसे हनुमान चालीसा और रामायण का नियमित पाठ करने की सलाह दी।

महाकुंभ में सामाजिक कार्यों की घोषणा

उन्होंने महाकुंभ के दौरान गरीबों की मदद करने के लिए अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल की योजनाओं का उल्लेख किया। तोगड़िया ने कंबल और भोजन वितरण जैसे कार्यों की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने “हिंदू रक्षा निधि” के लिए आर्थिक सहयोग देने की अपील भी की।

बांग्लादेश और हिंदू उत्पीड़न पर बयान

तोगड़िया ने बांग्लादेश और हिंदुओं पर हो रहे उत्पीड़न के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि ऐसा समाज कभी हिंदुओं का भाई नहीं हो सकता। उन्होंने हिंदुओं को संगठित होकर अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए जागरूक रहने पर जोर दिया।

कार्यक्रम के आयोजक और अन्य उपस्थिति

यह कार्यक्रम वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आरपी पांडेय के आवास पर आयोजित किया गया था। डॉ. पांडेय ने इसे सनातन धर्म को जागरूक करने का सही समय बताया। इस दौरान महिला परिषद की अध्यक्ष कुसुम पांडेय और मंत्री डॉ. केके शुक्ला ने प्रवीण तोगड़िया का स्वागत किया। कार्यक्रम में डॉ. सुमित तिवारी, संजय अग्रवाल, राकेश पांडेय, अजय शुक्ला और राहुल त्रिपाठी समेत कई लोग उपस्थित रहे।

विवादों की संभावना

प्रवीण तोगड़िया के इस बयान से सांप्रदायिक सौहार्द को खतरा हो सकता है। फल-सब्जी और सामान केवल हिंदू दुकानदारों से खरीदने जैसी बातें समाज में विभाजन को बढ़ावा दे सकती हैं। वहीं, अन्य धर्मों की आबादी को खतरा बताने और जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर भी यह बयान विवादित हो सकता है।

खासदार टाइम्स

खासदार टाईम्स {निडर, निष्पक्ष, प्रखर समाचार, खासदार की तलवार, अन्याय पे प्रहार!} हिंदी/मराठी न्यूज पेपर, डिजिटल न्यूज पोर्टल/चैनल) RNI No. MAHBIL/2011/37356 संपादक - खान एजाज़ अहमद, कार्यकारी संपादक – सय्यद फेरोज़ आशिक

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