एकनाथ शिंदे का तंज: “जो हमें जेल भेजने की योजना बना रहे थे, अब मिलने आ रहे हैं”
महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नागपुर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए विपक्ष पर तीखा तंज कसा। शिंदे ने कहा, “जो लोग लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद ‘सातवें आसमान पर’ थे और विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में लौटने पर हमें जेल भेजने की योजना बना रहे थे, वे अब मुझसे मिलने आ रहे हैं। यह एक स्वागत योग्य बदलाव है।”
“मुख्यमंत्री से कोई भी मिल सकता है”
शिंदे ने अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री राज्य का नेता होता है और उनसे मिलने का अधिकार हर किसी को है। उन्होंने इसे लोकतंत्र का हिस्सा बताते हुए कहा कि ऐसा बदलाव राजनीति का स्वाभाविक पहलू है।
पिछले घटनाक्रमों की ओर इशारा
शिंदे के इस बयान को विपक्ष पर निशाना माना जा रहा है, खासकर उन नेताओं पर जो पूर्व में उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों को लेकर हमलावर रहे हैं। यह बयान तब आया है जब राज्य में राजनीतिक उठापटक और आगामी चुनावों की तैयारियां तेज हैं।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज
शिंदे के इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने इसे लेकर प्रतिक्रिया देने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं, शिंदे खेमे ने इसे उनकी सशक्त नेतृत्व शैली का उदाहरण बताया है।