पुलिस बने लुटेरे: पैसे तिगुना करने के नाम पर ग्रामसेवक से 16 लाख की ठगी, PSI समेत 5 गिरफ्तार
जलगांव पुलिस विभाग को हिला देने वाली एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पैसे को तीन गुना करने के बहाने एक ग्रामसेवक को 16 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। हैरानी की बात यह है कि इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड एक पुलिसकर्मी ही निकला। मामला उजागर होने के बाद एक पीएसआई अधिकारी समेत पांच संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों ने ही ग्रामसेवक को लूटने के लिए जाल बिछाया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पीएसआई प्रकाश मेढे, पुलिसकर्मी योगेश शेलके, दिनेश भोई, सचिन धुमाल और निलेश अहिर का नाम शामिल है।
ठगी का पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, ठगी का शिकार हुए ग्रामसेवक का नाम विकास पाटिल है। उनकी दोस्ती सचिन धुमाल नामक व्यक्ति से थी। सचिन ने विकास पाटिल से कहा कि उसके पास ऐसा व्यक्ति है, जो कुछ ही दिनों में पैसे तीन गुना कर सकता है। विकास पाटिल को विश्वास में लेकर सचिन उन्हें सोमवार शाम रेलवे स्टेशन पर ले गया, जहां पैसे को तीन गुना करने वाले व्यक्ति से मिलने की बात कही गई।
रेलवे स्टेशन पर निलेश अहिर नाम का व्यक्ति पैसे लेने आया। विकास पाटिल और सचिन धुमाल ने उसे 16 लाख रुपये दिए। तभी तीन पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और पैसे के बैग के साथ निलेश अहिर को हिरासत में ले लिया। इस दौरान सचिन ने विकास पाटिल को यह कहकर डराया कि पुलिस पैसे लेकर चली गई है और अब कोई कार्रवाई नहीं हो सकती।
साजिश का खुलासा
डरे हुए विकास पाटिल जब पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई, तो जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिसकर्मी योगेश शेलके ने यह साजिश रची थी। उसने पीएसआई प्रकाश मेढे और दिनेश भोई के साथ मिलकर ग्रामसेवक के पैसे लूटने की योजना बनाई थी।
इस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल मामले की गहन जांच जारी है।