VHP और भाजपा का प्रदर्शन: हिंदू बहुल क्षेत्र में मुस्लिम कलाकार की प्रतिमा बर्दाश्त नहीं
मुरादाबाद के सुभाष चौराहे पर उस्ताद अहमद जान थिरकवा की प्रतिमा लगाने के विरोध में भाजपा और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बड़ा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रतिमा को हटाने और उसकी जगह सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाने की मांग की। उन्होंने मुरादाबाद-हरिद्वार हाईवे को एक घंटे तक जाम कर नारेबाजी की।
“हिंदू बहुल क्षेत्र में मुस्लिम कलाकार की प्रतिमा बर्दाश्त नहीं”
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हिंदू बहुल इलाके में एक मुस्लिम कलाकार की प्रतिमा लगाकर और चौराहे का नाम उनके नाम पर रखकर नगर निगम ने लोगों की भावनाओं को आहत किया है। नाराज प्रदर्शनकारियों ने प्रतिमा को काली पॉलीथिन से ढक दिया और चेतावनी दी कि अगर जल्द ही प्रतिमा को नहीं हटाया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
“सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाई जाए”
स्थानीय VHP नेता जयदेव यादव ने कहा, “यह गंभीर मुद्दा है, और जब तक इस जगह सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा नहीं लगाई जाती, तब तक हम आंदोलन जारी रखेंगे।”
नगर निगम और मेयर निशाने पर
प्रदर्शनकारियों ने मुरादाबाद के मेयर विनोद अग्रवाल के खिलाफ भी नारेबाजी की। उन्होंने मांग की कि मुरादाबाद नगर निगम का नाम भी बदला जाए। इस मुद्दे पर मेयर ने कहा, “हम नेताओं से बातचीत कर समाधान निकालने की कोशिश करेंगे। आपसी संवाद हमेशा बेहतर होता है।”
कौन थे उस्ताद अहमद जान थिरकवा?
उस्ताद अहमद जान थिरकवा (1892-1976) एक प्रसिद्ध तालवादक थे, जिन्होंने तबले की कला को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। पद्म भूषण से सम्मानित थिरकवा ने दशकों तक अपनी कला से लोगों को मंत्रमुग्ध किया।
विवाद ने बढ़ाई राजनीतिक सरगर्मी
यह मुद्दा स्थानीय प्रशासन और सांप्रदायिक सद्भाव पर सवाल खड़ा करता है। प्रदर्शन ने मुरादाबाद में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन इस मामले पर समाधान निकालने की कोशिश में जुटा है।