प्रकाश अंबेडकर ने अमित शाह के बयान को बताया भाजपा की “पुरानी मानसिकता” का प्रतीक
नई दिल्ली: वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख और डॉ. बीआर अंबेडकर के पोते, प्रकाश अंबेडकर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में दिए गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अमित शाह का बयान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनसंघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की “पुरानी मानसिकता” को उजागर करता है।
प्रकाश अंबेडकर ने आरोप लगाया कि आरएसएस और जनसंघ ने संविधान को अपनाने के समय डॉ. बीआर अंबेडकर का विरोध किया था। उन्होंने कहा, “भाजपा के अस्तित्व में आने से पहले, इसके पूर्ववर्ती जनसंघ और आरएसएस ने संविधान और बाबा साहेब के विचारों का विरोध किया। अमित शाह के बयान ने उसी पुरानी मानसिकता को सामने ला दिया है।”
“अंबेडकर के कारण भाजपा नाराज”
प्रकाश अंबेडकर ने दावा किया कि भाजपा और उसके सहयोगी संगठन डॉ. अंबेडकर की विचारधारा के कारण अपनी योजनाओं को पूरी तरह लागू नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा, “अमित शाह के बयान में कुछ भी नया नहीं है। भाजपा की नाराजगी कांग्रेस से नहीं बल्कि बाबा साहेब अंबेडकर के कारण है। यही कारण है कि वे हमेशा नाराज रहते हैं।”
“संविधान और बाबा साहेब के विचारों से असहमति”
प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने हमेशा संविधान और बाबा साहेब के विचारों से असहमति जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का उद्देश्य संविधान की संरचना को बदलना है, लेकिन अंबेडकरवादी विचारधारा उनके लिए बाधा बनी हुई है।
राजनीतिक माहौल गर्माया
अमित शाह के बयान और प्रकाश अंबेडकर की प्रतिक्रिया ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। भाजपा की ओर से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विपक्षी दलों ने प्रकाश अंबेडकर के बयान का समर्थन करते हुए भाजपा पर संविधान विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया है।
इस मुद्दे ने संसद से लेकर सामाजिक और राजनीतिक मंचों पर बहस को तेज कर दिया है। अब देखना होगा कि भाजपा इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।