मुंबई: गुरुवार को मुंबई में बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की कोशिश की, जिसे रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना के बाद मुंबई का राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
कांग्रेस पर संविधान अपमान का आरोप
बीजेपी युवा मोर्चा के समर्थक कांग्रेस पर संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और वहां मौजूद कुर्सियों और अन्य सामान को तोड़ने की कोशिश की।
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
हिंसक स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। इस कार्रवाई में कई बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि वे हालात को काबू में रखने के लिए मजबूर हुए।
कांग्रेस कार्यालय की महिला कार्यकर्ता ने बताई आपबीती
कांग्रेस कार्यालय में मौजूद एक महिला कार्यकर्ता ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान अचानक नारेबाजी तेज हो गई। जब प्रदर्शन हिंसक हुआ तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डर के कारण कार्यालय का दरवाजा बंद कर लिया। उन्होंने कहा, “भाजपा समर्थकों ने कुर्सियां और अन्य सामान तोड़ना शुरू कर दिया। हम सहम गए थे और अंदर छिपने के कारण बच गए। अन्यथा हम पर भी हमला हो सकता था।”
बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी समर्थकों का कहना है कि यह प्रदर्शन कांग्रेस द्वारा आंबेडकर का अपमान किए जाने के विरोध में किया गया। उनका आरोप है कि कांग्रेस संविधान के प्रति अपमानजनक रवैया अपना रही है, जिसे भाजपा युवा मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा।
राजनीतिक माहौल गर्माया
इस घटना के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे “लोकतंत्र पर हमला” करार दिया है। वहीं, भाजपा ने पुलिस की कार्रवाई को “अत्याचार” बताया है।
मुंबई पुलिस ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है और आगे की जांच जारी है।