मोहन भागवत जब–जब बोलते हैं, तब–तब मुस्लिमों का नुकसान होता है: अमीक जामेई
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मंदिर-मस्जिद विवाद पर दिए गए बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अमीक जामेई ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। जामेई ने कहा कि जब भी मोहन भागवत मुस्लिमों के पक्ष में बात करते हैं, तो इसका नुकसान मुस्लिम समुदाय को ही होता है।
भागवत के शिष्यों पर सवाल
आईएएनएस से बातचीत में जामेई ने कहा, “मोहन भागवत के शिष्य उनकी बात मानने को तैयार नहीं हैं। यदि उन्हें इस मुद्दे पर बात करनी है, तो प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर Archaeological Survey of India (ASI) की कार्रवाई रुकवानी चाहिए।”
आरएसएस और भाजपा के रिश्तों पर तंज
जामेई ने भागवत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आरएसएस का भाजपा के सामने कोई प्रभाव नहीं बचा है। “मोहन भागवत अब बूढ़े शेर की तरह हो गए हैं, जिनके पंजों में दम नहीं बचा। भाजपा उनकी बात को गंभीरता से नहीं लेती,” उन्होंने जोड़ा।
सीएम योगी पर भी निशाना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए जामेई ने कहा कि योगी ने संभल की एक मस्जिद में ‘कल्कि अवतार’ की बात कही है। उन्होंने इसे संविधान विरोधी करार दिया और कहा कि भाजपा नेता ऐसे विवादित बयान देकर माहौल खराब कर रहे हैं।
भागवत ने क्या कहा था?
मोहन भागवत ने हाल ही में हिंदूवादी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा था कि मंदिर-मस्जिद जैसे विवादों को बेवजह न उठाया जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बन चुका है और ऐसे मुद्दों को उठाने से समाज में अस्थिरता फैलती है।
सपा नेता के बयान ने इस मुद्दे पर सियासी तापमान बढ़ा दिया है। अब देखना होगा कि इस पर आरएसएस या भाजपा की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है।