कन्नड़ सोयगांव के किसानों द्वारा मुआवजे और बिजली नियमों की मांग को लेकर अनशन
प्रतिनिधि : अशरफ अली
फसल नुकसान पर 100% मुआवजे की मांग
कन्नड़ सोयगांव विधानसभा क्षेत्र के किसानों ने प्राकृतिक आपदाओं से हुई फसल बर्बादी पर 100% मुआवजा देने की मांग को लेकर साखली (सामूहिक) अनशन शुरू किया है। इस अनशन का नेतृत्व क्षेत्र के पूर्व विधायक हर्षवर्धन जाधव कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि 13 मई 2015 के शासन परिपत्र के अनुसार सभी प्रभावित किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए।
जिलाधिकारी औरंगाबाद ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है, लेकिन केवल 2556 किसानों को पात्रता सूची में शामिल किया गया है। किसानों और हर्षवर्धन जाधव ने सरकार से अपील की है कि नए संशोधित परिपत्र के अनुसार सभी प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाए और राशि सीधे उनके खातों में जमा की जाए।
बिजली वितरण नियम 2021 के क्रियान्वयन की मांग
किसानों ने कन्नड़ और सोयगांव तहसील के तहसीलदारों को ज्ञापन देकर बिजली वितरण नियम 2021 के प्रभावी क्रियान्वयन की मांग की है। किसानों ने इस मुद्दे पर जल्द से जल्द बैठक बुलाने और नियमों को लागू करने की अपील की है।
पूर्व विधायक का बयान
अनशन का नेतृत्व कर रहे पूर्व विधायक हर्षवर्धन जाधव ने कहा, “हम किसानों के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। यह अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी प्रभावित किसानों को मुआवजा नहीं मिल जाता और बिजली वितरण नियमों का प्रभावी क्रियान्वयन नहीं होता। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह किसानों की समस्याओं का समाधान करे।”
सरकार से अपील
किसानों और पूर्व विधायक ने सरकार से आग्रह किया है कि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाए। फसल नुकसान पर सभी किसानों को मुआवजा दिया जाए और बिजली वितरण नियमों को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
फिलहाल, यह अनशन किसानों के अधिकारों और समस्याओं को हल करने के लिए जारी है।