हाल के दिनों में सोशल मीडिया और विभिन्न मंचों पर 500 रुपये के नोट और उससे अधिक मूल्य के नए नोट की संभावनाओं को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने के बाद, अफवाहें फैलने लगीं कि केंद्र सरकार 500 रुपये के नोट को भी बंद कर सकती है और उसकी जगह 500 रुपये से अधिक मूल्य का नया नोट ला सकती है।
इस मुद्दे पर संसद के शीतकालीन सत्र में भी चर्चा हुई। राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने सरकार से सवाल किया कि क्या सरकार 500 रुपये से अधिक मूल्य का नया नोट जारी करने की योजना बना रही है।
वित्त मंत्रालय ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए स्पष्ट किया कि फिलहाल 500 रुपये से अधिक मूल्य का नया नोट जारी करने का कोई प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन नहीं है। सरकार का कहना है कि वर्तमान मुद्रा प्रणाली को लेकर किसी बड़े बदलाव की आवश्यकता नहीं है, और नोटबंदी के बाद डिजिटल भुगतान में वृद्धि ने नकदी पर निर्भरता को काफी हद तक कम कर दिया है।
सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने की अपील
सरकार ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर भरोसा न करें। आरबीआई और वित्त मंत्रालय समय-समय पर देश की मुद्रा से जुड़े निर्णयों की आधिकारिक जानकारी साझा करते हैं।
नकदी प्रबंधन में सुधार के संकेत
सरकार और आरबीआई के अनुसार, नोटबंदी और डिजिटल भुगतान के बढ़ते रुझान के बाद नकदी प्रबंधन में सुधार हुआ है। 500 रुपये का नोट वर्तमान में सबसे अधिक प्रचलित मुद्रा है और इसका बंद होना फिलहाल संभावना से बाहर है।
यह स्पष्ट है कि सरकार की प्राथमिकता देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और मौजूदा मुद्रा प्रणाली को स्थिर रखना है।