औरंगाबाद : मकर संक्रांति का पर्व अब कुछ ही दिनों में आने वाला है। इस पर्व पर पतंगबाजी का उत्साह हर जगह दिखाई देता है। लेकिन पतंगबाजी के दौरान नायलॉन के मांजे का उपयोग कई स्थानों पर चिंता का विषय बन गया है। यह मांजा न केवल पक्षियों और जानवरों को, बल्कि इंसानों को भी गंभीर चोट पहुंचा सकता है।
औरंगाबाद में मकर संक्रांति बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है। लेकिन कुछ लोग पतंग उड़ाने के लिए नायलॉन मांजे का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कई बार पक्षियों और इंसानों को गंभीर नुकसान हुआ है। शहर में मांजे की वजह से गले कटने जैसी घटनाएं भी सामने आई हैं। पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई का ऐलान
औरंगाबाद के पुलिस उपायुक्त नितिन बगाटे ने कहा है कि जिन दुकानों पर अवैध रूप से नायलॉन मांजे की बिक्री हो रही है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे दुकानदारों का लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा। उन्होंने नागरिकों और दुकानदारों से अपील की है कि वे नायलॉन मांजे का उपयोग या बिक्री न करें। अगर पतंगबाजी करनी है तो साधारण धागे का उपयोग करें।
पक्षियों और नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता
नायलॉन मांजे से हर साल कई पक्षी घायल हो जाते हैं और कुछ की मौत भी हो जाती है। इसके अलावा, मांजे की वजह से सड़कों पर हादसे होने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। इसे देखते हुए पुलिस विभाग ने मकर संक्रांति के दौरान नायलॉन मांजे की बिक्री और उपयोग को रोकने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
इस मकर संक्रांति, पतंगबाजी का आनंद लें, लेकिन जिम्मेदारी से। नायलॉन मांजे का उपयोग न करें और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें।