दिल्ली विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) पूरी ताकत झोंक रही है। खबर है कि पार्टी सीलमपुर विधानसभा सीट से शाहरुख पठान को टिकट देने पर विचार कर रही है। शाहरुख पठान का नाम दिल्ली दंगों के दौरान पुलिस पर बंदूक तानने के मामले में सामने आया था, और वह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं।
शाहरुख पठान पर क्या हैं आरोप?
शाहरुख पठान पर 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान जाफराबाद-मौजपुर इलाके में पुलिसकर्मी दीपक दहिया पर पिस्तौल तानने और एक व्यक्ति की हत्या की कोशिश के आरोप हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
AIMIM का बयान और कानूनी सहायता
AIMIM दिल्ली के अध्यक्ष शोएब जमई ने हाल ही में शाहरुख पठान की मां से मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि पार्टी उनके परिवार को कानूनी सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। शोएब जमई ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल सरकार के इशारे पर शाहरुख पर झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने इसे इंसाफ की मुहिम का हिस्सा बताते हुए अन्य परिवारों को हौसला देने की बात कही।
सीलमपुर सीट पर कड़ा मुकाबला
सीलमपुर विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के चौधरी जुबैर अहमद का कब्जा है। कांग्रेस ने यहां से अब्दुल रहमान को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने अब तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। AIMIM के शाहरुख पठान को टिकट देने की संभावना ने इस सीट पर चुनावी मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है।
विवादों में AIMIM की रणनीति
AIMIM का यह कदम पहले से ही विवादों में है। पार्टी ने इससे पहले दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को भी समर्थन दिया था। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि AIMIM का यह कदम दिल्ली के मुस्लिम मतदाताओं को साधने की कोशिश है।
सीलमपुर सीट पर लगातार दूसरी बार आम आदमी पार्टी का कब्जा है, लेकिन AIMIM की एंट्री और शाहरुख पठान जैसे विवादास्पद चेहरे को उतारने की संभावना ने इस बार चुनाव को और रोचक बना दिया है।