मंदिर के बाहर खेलने पर तीन दलित बच्चों की बंधक बनाकर पिटाई, पुलिस की निष्क्रियता से परिवार में दहशत
Controversial News
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के थाना बेवर क्षेत्रान्तर्गत दौदापुर गांव में एक बेहद गंभीर और जातिवादी घटना सामने आई है, जहां तीन दलित बच्चों को मंदिर के बाहर खेलने पर सामंती मानसिकता के लोगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा और बंधक बनाया। इस घटना से गांव में जातिवाद का माहौल एक बार फिर उभर आया है, और प्रशासन की लापरवाही ने इसे और भी जटिल बना दिया है।
घटना 26 अगस्त की है, जब तीन दलित बच्चे मंदिर के बाहर खेल रहे थे। मंदिर के बाहर इन बच्चों की उपस्थिति से गुस्साए दो सामंती विचारधारा के लोगों को लगा कि मंदिर अपवित्र हो गया है। धर्म और जाति के ठेकेदारों ने गुस्से में आकर न केवल इन बच्चों को बंधक बनाया, बल्कि उनकी बुरी तरह पिटाई भी की।
सिर्फ इतना ही नहीं, जब पीड़ित बच्चों के घरवाले, जिनमें बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल थीं, उन्हें बचाने आए, तो इन सामंती लोगों ने उन्हें भी जातिसूचक गालियां दीं। यह घटना गांव में जातिगत भेदभाव और अत्याचार की गहरी जड़ें दिखाती है।
पीड़ित परिवार के मुखिया सनी प्रताप जाटव ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। FIR दर्ज होने के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता और प्रशासन की लचर कार्यवाही ने पीड़ित परिवार को भयभीत कर दिया है। सनी प्रताप का कहना है कि उनके परिवार पर भारी दहशत का माहौल है, और आरोपी सामंती लोग खुलेआम घूम रहे हैं।
वहीं, स्थानीय बीजेपी विधायक और सत्ता पक्ष के अन्य लोग परिवार पर समझौते का दबाव बना रहे हैं, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया है।
घटना के बाद से पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इस बीच, आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और जातिगत अत्याचार की इस घटना ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में जातिवाद की कड़वी सच्चाई को उजागर कर दिया है।