महाराष्ट्र चुनाव: उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर और बैग की लगातार दूसरे दिन तलाशी, शिवसेना का तीखा प्रतिरोध
महाराष्ट्र की सियासत में हलचल उस वक्त तेज हो गई, जब शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर और बैग की लगातार दो दिन चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा तलाशी ली गई। मंगलवार (12 नवंबर) को सोलापुर में ठाकरे के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई, जबकि एक दिन पहले सोमवार को यवतमाल के वणी एयरपोर्ट पर उनके हेलिकॉप्टर से उतरते ही उनके बैग की जांच की गई थी।
ठाकरे ने इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया और अपने समर्थकों को दिखाया। उन्होंने तलाशी के इस सिलसिले पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि यह जांच जानबूझकर कराई जा रही है। उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सोलापुर में थे, लेकिन उनके हेलिकॉप्टर की तलाशी क्यों नहीं ली गई? उन्होंने कहा कि इससे पहले उड़ीसा में जब मोदी के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली गई थी, तब एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था।
उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों पर सीधा आरोप न लगाते हुए कहा कि उन्हें तलाशी लेने वाले अधिकारियों से कोई शिकायत नहीं है, बल्कि उन लोगों से है जो इस तरह की कार्रवाई करवाते हैं। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील करते हुए कहा कि वे भी चुनाव अधिकारियों की जेब और पहचान पत्रों की जांच करें। ठाकरे ने कहा, “आप अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा। जैसे आपने मेरे बैग की जांच की, क्या इसी तरह मोदी और शाह के बैग की भी जांच होगी?”
शिवसेना का तीखा हमला, राजनीतिक दबाव का आरोप
उद्धव ठाकरे ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना कार्यकर्ताओं से इस कार्रवाई के पीछे राजनीतिक दबाव की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से उनकी पार्टी डरने वाली नहीं है, बल्कि वो अपने रास्ते पर मजबूती से चलेंगे। शिवसेना नेताओं ने इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण और पक्षपातपूर्ण बताते हुए इसे केंद्र सरकार की भाजपा के प्रति विशेष झुकाव का संकेत कहा।
शिवसेना के इस विरोध के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। चुनाव आयोग ने अभी तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन इस घटना के बाद राजनीतिक दलों के बीच तीखी नोकझोंक की संभावना बनी हुई है।