महाराष्ट्र चुनाव: ओवैसी का योगी और बीजेपी पर तीखा हमला, उठाए मणिपुर से लेकर झांसी तक के मुद्दे
महाराष्ट्र के धुले में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने योगी के बयान “बंटेंगे तो कटेंगे” को लेकर कहा, “योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र आकर ये बयान दे रहे हैं, जबकि झांसी में 10 बच्चों की मौत हो गई, वहां जाना तो दूर, उनकी माताओं से मिलने तक नहीं गए। महाराष्ट्र में चुनावी रैली करने की बजाय अपनी जिम्मेदारी निभाएं।”
मणिपुर और केंद्र सरकार पर सवाल
ओवैसी ने मणिपुर की स्थिति पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, “मणिपुर में आदिवासियों पर जुल्म हो रहा है, बच्चे और उनकी मां को गोली मारी जा रही है। प्रधानमंत्री नाइजीरिया जा रहे हैं लेकिन मणिपुर में अमन बहाल करने नहीं जा रहे। अमित शाह और मोदी को मणिपुर की परवाह नहीं है। हम आदिवासियों के हक की बात उठाते रहेंगे।”
बीजेपी और उद्धव ठाकरे पर निशाना
ओवैसी ने बीजेपी नेताओं के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “बीजेपी उम्मीदवार कब्रिस्तान तोड़ने और मस्जिदों के पास डीजे बजाने की बात करते हैं। ये लोग जिंदा तो क्या, मरने वालों को भी नहीं छोड़ रहे। क्या ये डिस्को डांसर बनने की तैयारी कर रहे हैं?”
उन्होंने उद्धव ठाकरे के उस बयान पर भी हमला किया जिसमें उन्होंने अयोध्या में बाबरी विध्वंस पर गर्व जताया था।
किसानों और आदिवासियों के मुद्दे उठाए
ओवैसी ने चुनाव को आदिवासियों, दलितों और किसानों के विकास से जोड़ते हुए कहा कि “महायुति सरकार केवल योजनाओं के नाम पर जनता को गुमराह कर रही है। लाड़ली बहन योजना में 1500 रुपये देकर 1900 छीन लिए जाते हैं। किसान, खासकर सोयाबनी के किसान, बदहाल हैं और उनकी आवाज कोई नहीं सुन रहा।”
समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक “दोनों चक्के पंचर” हो चुके हैं।
धुले में चुनावी माहौल गरम
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर धुले में ओवैसी के इस भाषण ने राजनीतिक माहौल और गरमा दिया है। मणिपुर, झांसी, और किसान जैसे मुद्दों को उठाकर उन्होंने बीजेपी और अन्य दलों को कटघरे में खड़ा किया। 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को नतीजों से तय होगा कि इन तीखे बयानों का असर जनता पर कितना पड़ा।