मुंबई के पास समुद्री हादसा: 80 यात्रियों में से 66 सुरक्षित, 13 मृतकों की पुष्टि
मुंबई के पास एलीफेंटा आइलैंड के नजदीक बुधवार शाम को बड़ा नाव हादसा हुआ। 80 यात्रियों को ले जा रही फेरी नीलकमल समुद्र में डूब गई, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई। 66 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि अन्य लापता यात्रियों की तलाश जारी है। घटना शाम 5:15 बजे हुई, जब एक छोटी नाव फेरी से टकरा गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमें
हादसे के बाद नौसेना, कोस्ट गार्ड, मरीन पुलिस, और स्थानीय मछुआरों ने संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। बचाव कार्य में नौसेना की 11 बोट, मरीन पुलिस की 3 बोट, कोस्ट गार्ड की एक बोट और चार हेलीकॉप्टर लगाए गए। इसके साथ ही पुलिस और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट के कर्मचारी भी बचाव कार्य में जुटे।
यात्रियों को लाइफ जैकेट पहनाकर सुरक्षित निकाला गया। हालांकि, कुछ लोग समुद्र में बह गए, जिनकी तलाश अभी जारी है।
सरकार का ऐलान
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि घटना की विस्तृत जांच नौसेना द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने लिखा,
“नाव हादसे की जानकारी मिलते ही नौसेना, तटरक्षक बल और पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया। अधिकांश यात्रियों को बचा लिया गया है, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। जिला प्रशासन और पुलिस से लगातार संपर्क में हूं।”
पर्यटन स्थल एलीफेंटा आइलैंड पर बढ़ी सतर्कता
एलीफेंटा आइलैंड एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं। हादसे के बाद प्रशासन ने समुद्री यात्रा को लेकर सख्त सतर्कता बरतने की अपील की है।
जांच जारी, लापरवाही की होगी कार्रवाई
पुलिस और प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, नाव के दूसरी छोटी नाव से टकराने के कारण यह हादसा हुआ। प्रशासन ने लापरवाही के दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने एक बार फिर समुद्री यात्रा के सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार से उम्मीद की जा रही है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।