लोणार: दलित युवक की पुलिस हिरासत में मौत पर वंचित बहुजन आघाड़ी का आक्रोश
प्रतिनिधि : फिरदोस खान पठान
लोणार: परभणी में 10 दिसंबर 2024 को भारतीय संविधान का अपमान किए जाने की घटना के विरोध में संविधान समर्थकों ने 11 दिसंबर को परभणी बंद का आह्वान किया था। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही भीड़ के खिलाफ कुछ असामाजिक तत्वों ने साजिश रचकर हिंसा भड़काई। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने दलित बस्तियों में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाकर निर्दोष लोगों पर अमानवीय अत्याचार किए और कई को गिरफ्तार कर लिया। इसी दौरान पुलिस हिरासत में आंदोलनकारी युवक सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत हो गई।
इस घटना के विरोध में लोणार तहसील कार्यालय के सामने वंचित बहुजन आघाड़ी की ओर से वरिष्ठ नेता भाई महेंद्र पनाड के नेतृत्व में विरोध सभा और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा का संचालन पवन अवसरमोल ने किया।
घटना की निंदा और संविधान का महत्व
कार्यक्रम में मातीताई कळंबे, तालुका अध्यक्ष दिलीप राठोड़, अमित काकड़े, रुक्मिणाबाई मोरे, और मंगेश मोरे समेत कई नेताओं ने मृतक को श्रद्धांजलि अर्पित की और अपने विचार व्यक्त किए। सभा को संबोधित करते हुए भाई महेंद्र पनाड ने इस घटना की कड़ी निंदा की और संविधान के महत्व को समझाया।
उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन में गौतम गवई, सुनिल देहाडे, संतोष डोके, दीपक आनंदराव, हबीब पठान, सागर पनाड, संजय लहाने, सरस्वतीबाई इंगले, शोभाबाई जाधव, अमर निकाले, और अनिल मोरे सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन राहुल अवसरमोल ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन गौतम गवई ने किया।
प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया
सभा के अंत में तहसीलदार भुषण पाटील के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में निम्नलिखित मांगें की गईं:
- कॉम्बिंग ऑपरेशन के नाम पर दलित युवाओं पर हो रहे अत्याचार तुरंत बंद किए जाएं।
- भारतीय संविधान का अपमान करने वाले साजिशकर्ताओं की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
- शहीद सोमनाथ सूर्यवंशी के हत्यारों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए।
- संविधान का अपमान करने वाले और उनके सहयोगियों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए।
संविधान की रक्षा के लिए संकल्प
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने संविधान की गरिमा बनाए रखने और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।