Literature

  • पत्नी को प्रेमी संग आपत्तिजनक हालत में देख पति ने की हत्या, पत्नी गंभीर रूप से घायल

    उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के केसरगंज क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां पति ने अपनी पत्नी को उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक अवस्था में देखने के बाद अपना आपा खो दिया और प्रेमी की हत्या कर दी।

    घटना के अनुसार, हलीम नाम का ट्रक ड्राइवर अहमदाबाद अपने ट्रक के काम से गया हुआ था। हालांकि, बीती रात वह अचानक बिना किसी सूचना के घर लौट आया। घर पहुंचते ही उसने अपनी पत्नी ख़तिबुन्ननिशा को उसके प्रेमी गुड्डू सुलेमान के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पाया। इस दृश्य को देखकर हलीम का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।

    गुस्से में आकर, हलीम ने घर में मौजूद धारदार हथियार से गुड्डू पर हमला कर दिया। गुड्डू सुलेमान को मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद हलीम ने अपनी पत्नी ख़तिबुन्ननिशा पर भी कई बार वार किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई।

    पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। गुड्डू की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जबकि ख़तिबुन्ननिशा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और हलीम को गिरफ्तार कर लिया गया है।

    यह घटना इलाके में सनसनी फैला चुकी है और लोग इस जघन्य अपराध से स्तब्ध हैं।

  • अयोध्या में सांप्रदायिक दंगों की बड़ी साजिश नाकाम, पुलिस की सूझबूझ से बची धर्मनगरी

    अयोध्या, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जानी जाती है, को दंगों की आग में झोंकने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। रात के अंधेरे में कुछ अराजक तत्वों ने शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की थी। योजना थी कि शहर में सांप्रदायिक तनाव फैलाकर दंगे भड़काए जाएं, जिससे धार्मिक भावनाओं को भड़काकर हिंसा का माहौल तैयार किया जा सके। लेकिन पुलिस की तत्परता और सतर्कता से यह साजिश नाकाम हो गई।

    क्या था पूरा मामला?
    अयोध्या शहर में पिछले कुछ दिनों से माहौल को बिगाड़ने की कोशिशें की जा रही थीं। इन तत्वों ने रात के अंधेरे में सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने वाली गतिविधियों को अंजाम दिया, जैसे धार्मिक स्थलों पर आपत्तिजनक सामग्री फैलाना और एक-दूसरे समुदायों को उकसाने की हरकतें। लेकिन शहर के विभिन्न हिस्सों में लगे CCTV कैमरों की मदद से पुलिस को इन गतिविधियों का अंदेशा हुआ। जब फुटेज की जांच की गई, तो यह स्पष्ट हो गया कि यह एक सुनियोजित साजिश थी।

    आरोपियों का खुलासा
    CCTV फुटेज और गुप्तचर रिपोर्ट्स के आधार पर पुलिस ने कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया। जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि अपराधियों में से सभी किसी एक धर्म से संबंध नहीं रखते थे। अक्सर सांप्रदायिक घटनाओं में धर्म को लेकर जो गलत धारणाएं होती हैं, वह इस मामले में टूट गईं। पुलिस ने खुलासा किया कि सिर पर टोपी पहनकर अपराध करने वाले सभी मुसलमान नहीं थे, बल्कि इस साजिश में विभिन्न समुदायों के लोग शामिल थे, जो सिर्फ शहर का माहौल खराब करने की मंशा रखते थे।

    पुलिस की तत्परता
    अयोध्या पुलिस की सूझबूझ और तेज़ी से की गई कार्रवाई ने शहर को एक बड़ी अनहोनी से बचा लिया। पुलिस ने न केवल साजिश का पर्दाफाश किया बल्कि समय रहते दंगों को रोकने में भी कामयाब रही। इसके बाद, शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हर संदिग्ध गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है।

    देशभर में ऐसी साजिशें जारी
    इस घटना ने एक बार फिर इस तथ्य को उजागर किया है कि देशभर में अराजक तत्व लगातार सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश कर रहे हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को इस ओर सतर्क रहकर काम करने की जरूरत है ताकि ऐसी किसी भी साजिश को समय रहते रोका जा सके और देश की एकता को बरकरार रखा जा सके।

    इस तरह, अयोध्या को पुलिस की सूझबूझ और स्थानीय लोगों के सहयोग से एक बड़ी आपदा से बचा लिया गया।

  • अजीनोमोटो (MSG): स्वाद बढ़ाने वाला खाद्य योजक और इसके स्वास्थ्य प्रभाव

    अजीनोमोटो, जिसे रासायनिक रूप से मोनो सोडियम ग्लूटामेट (MSG) कहा जाता है, एक खाद्य योजक है जिसका उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसका संक्षिप्त नाम MSG है। अजीनोमोटो कंपनी का मुख्यालय चोओ, टोक्यो में स्थित है और यह 26 देशों में काम करती है। MSG का उपयोग विशेष रूप से चीनी खाद्य पदार्थों में किया जाता है।

    प्रारंभ में, लोग घर पर बने खाने को प्राथमिकता देते थे, लेकिन अब चिप्स, पिज्जा और मैगी जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ गया है जिनमें अजीनोमोटो का उपयोग होता है। इसका उपयोग कई डिब्बाबंद फास्ट फूड, सोया सॉस, टोमेटो सॉस, संरक्षित मछली आदि में भी किया जाता है।

    अजीनोमोटो की खोज 1909 में जापानी जैव रसायनज्ञ किकुनाए इकेडा ने की थी। उन्होंने इसके स्वाद को ‘उमामी’ के रूप में पहचाना, जिसका अर्थ होता है सुखद स्वाद। इसका स्वाद थोड़ा नमक जैसा होता है और यह छोटे चमकीले क्रिस्टल की तरह दिखता है।

    हालांकि एमएसजी का उपयोग सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसके सेवन से कुछ नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। नियमित सेवन से इंसुलिन की मात्रा बढ़ सकती है, और रक्त में ग्लूटामेट का स्तर बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इसे ‘धीमा हत्यारा’ भी कहा जाता है क्योंकि यह आँखों की रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है और थायरॉइड और कैंसर जैसी बीमारियों के लक्षण पैदा कर सकता है।

    MSG युक्त खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन माइग्रेन (अधकपाली) उत्पन्न कर सकता है और मोटापे के खतरे को बढ़ा सकता है क्योंकि यह शरीर में लेप्टिन हॉर्मोन के संकेतों को प्रभावित कर सकता है, जिससे भोजन की मात्रा बढ़ जाती है।

    इसलिए, फास्ट फूड के सेवन के प्रति जागरूक रहना महत्वपूर्ण है ताकि स्वास्थ्य पर कोई विकार न उत्पन्न हो।

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